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नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने संबंधी संकल्प के साथ राज्य पुनर्गठन बिल (State reorganization bill) और आरक्षण संशोधन बिल पेश किया जिसे सदन की मंजूरी मिल गई है। पुनर्गठन बिल पर हुई वोटिंग में पक्ष में 125 और विपक्ष में 61 वोट पड़े। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इस सब के दौरान संसद में भारी हंगामा देखने को मिला। वहीं लद्दाख (Ladakh) से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल (Jamyang Sering Namgyal) ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने सरहद की सुरक्षा के लिए इसे जरूरी बताते हुए कहा कि देश के लिए, विकास के लिए यह बिल बहुत जरूरी था और आज यह हो गया। पीएम मोदी को लेकर जो कहा जाता है कि मोदी है तो मुमकिन है, वह आज मुमकिन हो गया।
बीजेपी सांसद ने इस मसले पर कहा कि हम हमेशा से ही जम्मू कश्मीर से अलग होना चाहते थे, क्योंकि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया गया। जिसकी भी सरकार जम्मू कश्मीर में रही, लद्दाख की उपेक्षा ही की। कुछ एक परिवारों की सरकार ने अपने व्यावसायिक हित साधे। उनको जम्मू कश्मीर से, लद्दाख से कोई लेना देना नहीं रहा। देश की सुरक्षा के लिए, देश के विकास के लिए प्रदेश के गौरव के लिए उठाए गए इस कदम से हम बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि आज ऐसे लोगों की राजनीति समाप्त होने जा रही है, जिन लोगों ने सिर्फ अपने हित साधे, अपना परिवार चलाया, रोजी-रोटी चलाई और कभी गरीब जनता को नहीं देखा। युवाओं को बेरोजगार करके सड़क पर पत्थर मारने के लिए उकसाया। ऐसे लोग राजनीतिक रोटियां नहीं सेंक पाएंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश के तौर पर भारत सरकार का अभिन्न अंग बने और क्षेत्र का विकास हो सके।
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