-
Advertisement
चीन के ‘हितैषी’ WHO का नया कारनामा, नक्शे में लद्दाख के हिस्सों को China का इलाका बताया
Last Updated on April 28, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच लगातार चीन (China) के हितैषी होने का आरोप झेल रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का एक नया कारनामा सामने आया है। दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नक्शे में लद्दाख (Ladakh) के कुछ हिस्से को भारत से अलग चीन के इलाके के रूप में दिखाया गया है। नक़्शे (Map) में इसके अलावा और भी कई अन्य सीमाओं का गलत प्रदर्शन किया गया है। लद्दाख का कुछ हिस्सा जिस पर चीन का कब्जा है यानी अक्साई चिन, डब्लूएचओ ने उसे चीनी सीमा के तहत करार दे दिया है। लद्दाख को एक अलग रंग से प्रदर्शित किया गया है।
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में Tiktok पर धमाल मचा रहीं मोनालिसा, Video देखकर फैंस हुए दीवाने
इसके अलावा डब्ल्यूएचओ के इस नक़्शे में जम्मू-कश्मीर को भी अलग रंग से दिखाया गया है। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों को पीओके (POK) में दिखाते हुए, इसे नक्शे में विवादित हिस्से के तौर पर पेश किया गया है। बता दें कि यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को संयुक्त राष्ट्र की किसी संस्था ने शेष भारत से अलग रंग दिया है। चीन में भारत के पूर्व राजदूत के तौर पर नियुक्त रहे गौतम बंबावाले ने एक समाचार पात्र के साथ बातचीत में कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा दर्शाया गया भारत का नक्शा संयुक्त राष्ट्र के नक्शे से भी मेल नहीं खाता है। संयुक्त राष्ट्र भारत के अधिकार वाले जम्मू कश्मीर को भारत के नक्शे में दिखाता है। डब्ल्यूएचओ का नक्शा अजीब और गलत है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष अगस्त में भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया था और जम्मू कश्मीर, लद्दाख को दो हिस्सों में केंद्र शासित राज्यों के तौर पर विभाजित कर दिया था। चीन का तब से ही भारत के फैसले से मिर्ची लगी हुई है। तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पीओके और अक्साई चिन, भारत का हिस्सा हैं।