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रतन टाटा ने आज तक क्यों नहीं की शादी ?
रतन टाटा, एक ऐसा नाम है, जिसके बारे में कुछ बताने की जरूरत नहीं। इन्हें कई लोग अपनी प्रेरणा मानते हैं। इनकी पर्सनल लाइफ के बारे में वैसे कम ही बात की जाती है, लेकिन एक सवाल जरूर लोगों के मन में आता है कि इतनी सफलता हासिल करने वाले इस दिग्गज ने आखिर शादी क्यों नहीं की? इसका जवाब खुद मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने एक इंटरव्यू के दौरान दिया था और अपनी लव लाइफ के बारे में भी खुलासा किया था। रतन टाटा ने बताया था कि प्यार के मामले में वह सबसे ज्यादा तब सीरियस थे, जब वह अमेरिका में रह रहे थे। बात इतनी ज्यादा गंभीर थी कि दोनों शादी तक करना चाहते थे। हालांकि, रतन का भारत आने का फैसला रिश्ते पर भारी पड़ गया। टाटा ने बताया था कि वह देश वापस लौटना चाहते थे, लेकिन उनकी साथी को अमेरिका में ही रहना था। इस वजह से उनका साथ छूट गया। ऐसा नहीं है कि रतन टाटा को सिर्फ एक ही बार प्यार हुआ। वह अपनी लाइफ में चार बार सीरियस रिलेशनशिप में रह चुके हैं। इन सभी में रहते हुए उन्होंने शादी के बारे में भी सोचा, लेकिन किसी ने किसी वजह से बात टूट ही गई। इसके बाद उन्होंने काम पर फोकस करना शुरू कर दिया। रतन टाटा ने कहा था कि शायद यह अच्छा ही हुआ कि वह सिंगल ही रहे, क्योंकि अगर वह विवाह कर लेते, तो शायद हालात काफी जटिल बन सकते थे। हालांकि, रतन टाटा अकेले नहीं हैं, जिन्होंने पूरी लाइफ सिंगल ही रहने का फैसला किया। ऐसे कई लोग आपको मिल जाएंगे, जो शादी को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं दिखते हैं। इनमें मेल्स और फीमेल्स दोनों शामिल हैं। सिंगल रहने का चलन इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि इसे लेकर कई स्टडीज भी की जा चुकी हैं और कुछ जारी हैं।
कुछ समय पहले एक सर्वे में सामने आया था कि पहले जहां पुरुष महिलाओं के मुकाबले शादी करने को लेकर ज्यादा उत्साहित दिखते थे, वहीं अब इसमें अंतर दिखने लगा है। इस रिसर्च में सामने आया था कि यंग मेन शादी को बढ़ी हुई जिम्मेदारी और खर्चों में बढ़त के साथ जोड़ते हैं। इस वजह से ज्यादातर लड़के शादी की जगह सिंगल रहते हुए लाइफ को अपने हिसाब से जीने के ऑप्शन को ज्यादा बेहतर मानने लगे हैं। एक स्टडी में सामने आया कि लोगों के सिंगल रहने के पीछे शादी को लेकर परिवार, दोस्त व अन्य लोगों के दबाव में आई कमी भी है। पहले जहां एक उम्र के बाद शादी होना तय माना जाता था, वहीं अब किसी के विवाह नहीं करने के फैसले को भी बिना किसी जजमेंट के लोगों द्वारा स्वीकार किया जा रहा है। इस दबाव के घटने से अब लोगों को अपनी चाह के अनुसार शादी को लेकर फैसला करने की ज्यादा आजादी मिल गई है। ऐसे में अगर वे शादीशुदा जिंदगी में नहीं जाना चाहते, तो वे इसे भी बिना हिचक के चुन लेते हैं।
वहीं लड़कियों की बात करें तो मॉर्डन ऐज में कई महिलाएं सिंगल रहना पसंद कर रही हैं। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी आर्थिक स्थिति में आया बदलाव है। एक स्टडी की मानें, तो महिला के शादी नहीं करने के पीछे प्यार में धोखा मिलने, घर के कामों के प्रति अरुचि, शादी के बाद की जिम्मेदारियों के चलते पर्सनल लाइफ से जुड़ी आजादी खोने का डर, पास्ट में अब्यूजिव रिलेशनशिप में रहने का अनुभव जैसे कारण भी हो सकते हैं। साथ ही में अगर किसी के आसपास ऐसे कपल्स हों, जिनकी शादीशुदा जिंदगी अनहैपी या समझौतों से जुड़ी हो, तो उसके कारण भी लड़कियां मैरिज को नेगेटिव लाइट में देखने लगती हैं। इस वजह से उनकी इसमें रुचि खत्म हो जाती है।
एक स्टडी के अनुसार ‘समय के साथ सिंगल लाइफ को लेकर संतुष्टि का भाव और बढ़ता जाता है। व्यक्ति के मन में अकेलेपन और साथी की कमी की भावना कमजोर होने लगती है और उसका महत्व घटता जाता है।’ स्टडी में इस बात को भी हाइलाइट किया गया कि उम्र बढ़ने के साथ ‘सिंगल’ शब्द से जुड़ी लोगों की सोच का भी व्यक्ति पर असर कम होने लगता है। उसे इससे फर्क पड़ना बंद हो जाता है, जो क्वॉलिटी ऐंड हैपी लाइफ जीने में मदद करता है।