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जंगली मुर्गे से Himachal की सियासत गरमाई, High Court से स्वतः संज्ञान लेने की मांग उठाई
Wild Chicken In CM Sukhu Dinner : धर्मशाला । हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के टिक्कर (Tikkar) में रात्रि विश्राम के दौरान डिनर में जंगली मुर्गा (Wild Chicken) परोसने पर बवाल मच गया है। चूंकि जंगली मुर्गी को खाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा हुआ है बावजूद इसके सीएम के डिनर में जंगली मुर्गा भी शामिल किया गया था। इसको लेकर बीजेपी (BJP) हमलावर है और कार्रवाई की मांग कर रही हैं। बीजेपी विधायक (BJP MLA) सुधीर शर्मा ने इसको लेकर सीएम सुक्खू पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जंगली मुर्गी का शिकार करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है लेकिन सीएम को जंगली मुर्गा परोसा गया जो की निंदनीय है । हालांकि,सीएम ने जंगली मुर्गा नहीं खाया है,लेकिन अपने साथ बैठे अन्यों को खाने के लिए प्रेरित किया। जिसका प्रमाण वीडियो से मिलता है।
आपराधिक कृत्य, सजा का है प्रावधान
सुधीर शर्मा (Sudhir Sharma) ने कहा है कि प्रदेश में जंगली जानवरों और पक्षियों को सुरक्षित करने के लिए लोग जागरूक है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि प्रदेश के सीएम ही जंगली मुर्गा खाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जबकि हिमाचल में जंगली मुर्गे की सारी प्रजातियां वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट 1972 और वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन अमेंडमेंट एक्ट 2022 के तहत शेड्यूल्ड वन में रखी गई है। शेड्यूल 1 में वही प्रजातियां रखी जाती हैं जो हाईली एंडेंजर्ड होती हैं और जिनका शिकार और किसी प्रकार से वध आपराधिक कृत्य माना जाता है और उसमें सजा का (Provision Of Punishment) प्रावधान है। ऐसे में यदि प्रदेश के मुखिया ही जंगली मुर्गों को खाने के लिए प्रोत्साहन करेंगे तो किस तरह से इस प्रजाति को बचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह से जंगली मुर्गी को भरोसा जाना कानूनी अपराध है इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने हाईकोर्ट (High Court) से भी इस विषय पर सुमोटो (Suo Moto) लेते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सीएम सुक्खू ने खुद नहीं खाया
सीएम सुक्खू शुक्रवार को सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत कुपवी के दूरदराज क्षेत्र टिक्कर (Tikkar in Kupvi) गांव पहुंचे थे। सीएम यहीं रात को रुके। सीएम के रात्रिभोज में कई तरह व्यंजन तैयार किए गए थे,उन्हीं में से एक जंगली मुर्गा भी शामिल था। जबकि हिमाचल (Himachal) में जंगली मुर्गे का शिकार प्रतिबंधित है। बस फिर क्या था इंटरनेट पर जंगली मुर्गे ने बवाल मचाना शुरू कर दिया। ये अलग बात है कि सीएम सुक्खू ने खुद नहीं खाया,फिर भी समोसे (Samosa) के बाद अब ये नया बवाल उनके गले की हड्डी बन बैठा।
-मनोज ठाकुर