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महिलाओं ने मांगा 33 प्रतिशत आरक्षण, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
Last Updated on March 7, 2020 by
मंडी। महिला दिवस पर महिलाओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग उठाई है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आज मंडी में अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, नौजवान सभा और एसएफआई ने मिलकर सेरी मंच पर धरना प्रदर्शन किया और केंद्र व राज्य सरकारों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।महिला समिति की राज्य उपाध्यक्षा जयवंती ने कहा कि वर्तमान समय में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं की मात्र 14 प्रतिशत भागीदारी ही है जबकि इसे बढ़ाकर 33 प्रतिशत किया जाना चाहिए। जहां महिलाओं के लिए नीतियां बनती हैं वहां उनका प्रतिनिधित्व नाम मात्र का ही है। इसीलिए इस लड़ाई को भी मजबूती से लड़ने की जरूरत है।
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उन्होंने कहा कि कि देश में मौजूदा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है मगर दूसरी तरफ महिलाओं और बच्चियों के साथ दिन प्रतिदिन यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा बढ़ रही है। देश में बलात्कार के मामलों में सजा केवल मात्र 27 फीसद से भी कम है। प्रदेश में गुडि़या केस पर भी सरकार वह प्रशासन मुख्य दोषियों को ढूंढने में विफल रही है। इन्होंने इसकी दोबारा से जांच की मांग भी उठाई है। महिलाओं ने चेताया है कि प्रदेश सरकार अगर महिलाओं की जायज मांगों को जल्द पूरा नहीं करती तो फिर 31 मार्च को विधानसभा का घेराव करने से गुरेज नहीं किया जाएगा। इस मौके पर महिला समिति की जिला अध्यक्ष वीना वैद्य, जिला सचिव प्रोमिला ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुनीता बिष्ट, नौजवान सभा के जिला सचिव सुरेश सरवाल, कोषाध्यक्ष अजय वैद्य, एसएफआई जिला सचिव रोहित, संतोष और प्रवीणा इत्यादि मौजूद रहे।