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नितेश सैनी/ सुंदरनगर। कहते है जब पानी सिर से ऊपर हो जाए तो तैरना ही बेहतर होता है। कुछ ऐसा ही मामला सुंदरनगर के चांगर वार्ड में पेश आया है। यहां गंदे नाला की समस्या लंबे समय से लोगों को परेशान करती रही है, स्थानीय निवासियों ने अपने स्तर पर कई बार सफाई का मुद्दा उठाया, लेकिन यह अपने अंजाम तक नहीं पहुंचा। गुस्साए लोग अब अंतिम बार प्रशासन की राह देख रहे हैं। लोगों ने दो टूक कहा है कि अगर यहां सफाई की व्यवस्था नहीं की गई, तो वह धरना-प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेंगे। गौर रहे कि यहां के लोग पहले बीबीएमबी प्रशासन फिर नगर परिषद और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष अपनी समस्या रख चुके हैं, लेकिन हालात ऐसे हैं कि नाले की गंदगी साफ नहीं हुई, बल्कि लोगों की सेहत खराब होनी लग पड़ी।
बताया जा रहा है कि यहां गंदे नाले के कारण कई लोगों को अस्पताल के चक्कर भी काटने पड़े हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने यहां का दौरा भी किया था और लोगों को समस्या के समाधान का भरोसा भी, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं है। गौर रहे कि 6 महीने का लंबा वक्त बितने के बाद भी लोग यहां गंदगी के साए में जीने को मजबूर हैं।
चांगर वार्ड के लोगों ने नाले की गंदगी से परेशान हो कर पोल्लुशन कंट्रोल बोर्ड के समक्ष समस्या को हल करने की गुहार लगाई थी और शनिवार को पोल्लुशन कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन नरेश नड्डा ने अपनी टीम के साथ नाले का दौरा किया और लोगों को जल्द इस समस्या का हल करने का आश्वासन दिया। अब देखना होगा की कब तक नाले की गंदगी की समस्या का हल होगा या एक बार फिर यह मुद्दा ठंडे बस्ते में पड़ जाएगा। वहीं, इस मौके पर नगर परिषद के इंजीनियर राजेंद्र गुलेरिया, कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा, स्थानीय निवासी खरबंदा, हेमसिंह ठाकुर, हेम चंद शर्मा और दीपक धीमान सहित आईपीएच के अधिकारी भी मौजूद रहे।
उधर, विस्थापित परिवार संघ के अध्यक्ष हेम सिंह ने बताया की नाले की गंदगी से स्थानीय लोग पिछले कई वर्षों से परेशान है और आज तक न स्थानीय प्रशासन कुछ कर पाया है और न बीबीएमबी। उन्होंने कहा की अगर जल्द ही समस्या का हल नहीं हुआ तो आने वाले समय में लोग कोर्ट का रुख करेंगे और धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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