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कोटखाई। सड़कों पर घुमते लावारिस पशु लोगों के बड़ी समस्या बन गए हैं। ये पशु कभी हादसों का कारण बनते हैं तो कभी लोगों की फसल उजाड़ कर रख देते हैं। वैसे तो हिमाचल में बहुत सारे गौसदन बनाए गए हैं पर पशुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ये काफी नहीं है। यहां हम बात कर रहे हैं निजी स्तर पर किए गए प्रयास की। ऊपरी हिमाचल में लावारिस पशुओं को देखते हुए कुछ युवाओं ने इक्टठे होकर अपने खर्च पर गौसदन का निर्माण कर डाला है।
ये नेक काम किया है जिला शिमला की तहसील कोटखाई के खलटूनाला क्षेत्र के गड़ाओग गांव के युवाओं ने। इन युवाओं ने अपने खर्च पर एक गौसदन का निर्माण किया ताकि कोई भी गाय लावारिस ना घूमे। इन दिनों प्रदेश भर में प्रचंड ठंड पर रही है इसे देखते हुए इन युवाओं ने पशुओं को बचाने के लिए सराहनीय कार्य किया है। यही नहीं साथ लगते क्षेत्र के युवाओं ने गौसदन के लिए घास का भी प्रबंध किया, ताकि सर्दियों में घास की कमी से पशु भूखे न रहें। इससे कई फायदे हो रहे हैं। इधर-उधर घूम रही गायों को ठिकाना मिल गया और लोगों के खेतों में फसलों को नुकसान भी नहीं होगा साथ ही ठंड से भी पशुओं का बचाव हो पाएगा।
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