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Zonal Hospital Mandi/patients/ protest
Last Updated on December 20, 2022 by Neha Raina
जोनल अस्पताल मंडी में मरीज और तीमारदार लैब टेस्ट करवाने के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर हैं। आलम यह है कि पूरा 1 दिन बीत जाने के बाद भी मरीजों के टेस्ट नहीं हो रहे हैं। वहीं यदि कुछ टेस्ट होगी रहे हैं तो उनकी रिपोर्ट 3 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं मिल रही है। अस्पताल में रोजाना 800 से 1000 मरीजों की ओपीडी होती है। इनमें से 400 से 500 मरीज सरकारी सरकारी लैब में टेस्ट करवाते हैं। लेकिन अस्पताल की दो मशीनें पिछले 2 महीनों से बंद पड़ी हैं। वहीं अस्पताल मंडी में स्थापित क्रसना डायग्नोस्टिक लैब में सर्वर डाउन होने से मरीजों और तीमारदारों को सुविधाओं का सामना करना पड़ा है। मंगलवार को सर्वर डाउन होने से मरीजों के टेस्ट नहीं हुए तो तीमारदारों वह मरीजों ने एमएस दफ्तर के बाहर धरना दे दिया।