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एचआरटीसी के 1007 रूट प्रभावित, जलशक्ति विभाग के 350 करोड़ बहा ले गई बारिश
ऊना। हिमाचल प्रदेश में पिछले 4 दिनों से चल रही भारी बारिश के चलते तबाही का मंजर लगातार जारी है। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने अपने गृह जिला पहुंचकर विभिन्न क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल और एक्चुअल माध्यम से बैठकें करते हुए नुकसान का जायजा लिया एवं बाढ़ प्रभावितों को जल्द राहत पहुंचाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने अपने विभागों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक करते हुए भी नुकसान के आंकड़े जुटाए। प्रदेशभर में हिमाचल पथ परिवहन निगम के करीब 1007 रूट प्रभावित हुए हैं। करीब 452 बसें ऐसी जगहों पर फंसी हुई है। जहां से हिमाचल पथ परिवहन निगम ही उन्हें निकालने में बेबस हैं। जबकि जल शक्ति विभाग को भी प्रदेश भर में करीब 350 करोड़ रुपए की क्षति विभिन्न योजनाओं में हो चुकी है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने लिया राहत व बचाव कार्यों का जायजा
अग्निहोत्री लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के साथ-साथ अधिकारियों से बैठक करते हुए नुकसान के आंकड़े जुटाने और राहत व बचाव कार्यों का जायजा लेने में लगे हैं। सोमवार को उन्होंने जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की जबकि अपने विभागों के प्रदेशभर के अधिकारियों के साथ भी वर्चुअल बैठक करते हुए उन्होंने नुकसान का जायजा लिया।
जल शक्ति विभाग की 4833 योजनाएं सीधे तौर पर प्रभावित
डिप्टी सीएम ने कहा कि अब हिमाचल प्रदेश में किसी भी प्रकार से कोई भी व्यक्ति बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसा नहीं है। हालांकि नुकसान के आंकड़े प्रदेश भर में भयावह हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में हो रहे नुकसान को लेकर लगातार जानकारी जुटाई जा रही है और बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम लगातार जारी है। जल शक्ति विभाग को प्रदेश भर में करीब 350.15 करोड़ रुपए का नुकसान अभी तक हो चुका, जिसमें विभाग की 4833 योजनाएं सीधे तौर पर प्रभावित हुई हैं। हिमाचल पथ परिवहन निगम का कार्यभार देख रहे डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश भर में आज 1007 रूट खराब मौसम के चलते प्रभावित हुए हैं। जबकि इसके अतिरिक्त 452 बसें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फंसी हुई हैं।
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