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हिमाचल: कांगड़ा के कंदरौड़ी में 170 करोड़ का होगा निवेश, 500 युवाओं को मिलेगा रोजगार
शिमला। हिमाचल के कांगड़ा जिला के कंदरौड़ी औद्योगिक क्षेत्र (Kandrori Industrial Area) को हिमाचल प्रदेश के अगले फार्मास्यूटिकल हब के रूप में चिन्हित किया गया है। इस औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के लिए अनेक फार्मास्यूटिकल व न्यूट्रास्यूटिकल इकाइयों (Pharmaceutical and Nutraceutical Units)ने अपनी रूची दिखाई है। यह जानकारी आज सीएम जयराम ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि कंदरौड़ी औद्योगिक क्षेत्र में फार्मास्यूटिकल व न्यूट्रास्यूटिकल इकाइयां स्थापित होने से 500 युवाओं को रोजगार (Job) मिलेगा। सीएम जयराम ने कहा कि कंदरौड़ी औद्योगिक क्षेत्र पंजाब और हिमाचल की सीमा पर स्थित है तथा यहां सड़क, रेल और हवाई संपर्क की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विशेष बल दे रही है।
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सीएम जयराम ठाकुर ने (CM Jai Ram Thakur) कहा कि कंदरौड़ी में न्यूट्रास्यूटिकल इकाई स्थापित करने के लिए मेफ्रो ऑरगेनिक लिमिटेड ने गुरुवार को 100 करोड़ रुपये के निवेश संबंधी समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है, जिसके माध्यम से 200 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व कंदरौड़ी औद्योगिक क्षेत्र में 70 करोड़ रुपये के निवेश वाले ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट ऑफ न्यूट्रास्यूटिकलज को स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding) हस्ताक्षरित किया गया है, जिससे 300 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि इसे मिलाकर क्षेत्र में लगभग 170 करोड़ के निवेश और 500 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
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सीएम जयराम ने निवेशकों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य और विशेषकर कांगड़ा क्षेत्र में औद्योगिक विकास पर विशेष बल दे रही है। राज्य उद्योग विभाग को इन्वेस्टमेंट आऊटरीच प्रोग्राम के तहत क्षेत्र में और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास से ना केवल क्षेत्र की आर्थिकी सुदृढ़ होगी, बल्कि इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति (Director Industries Rakesh Kumar Prajapati) ने राज्य सरकार की ओर से समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। जबकि मेफ्रो ऑरगेनिक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अमित चड्डा ने कंपनी की ओर से समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया।
कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए समझौता ज्ञापन साइन
तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. राम लाल मार्कंडेय की उपस्थिति में तकनीकी शिक्षा निदेशालय हिमाचल प्रदेश और पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई के बीच प्रदेश के राजकीय आईटीआई के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस समझौता ज्ञापन पर प्रदेश सरकार की ओर से तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल और पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई की ओर से डॉ. पीके शुक्ला उपाध्यक्ष (सीएसआर और विशेष परियोजनाएं) ने हस्ताक्षर किए। डॉ. राम लाल मारकंडा ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन के हस्ताक्षरित होने से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ किया जा सकेगा। इसके माध्यम से विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले कच्चे माल, उपकरण और मशीनरी की खरीद और समय पर उनकी उपलब्धता की प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सकेगा।
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