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बाथरूम में #Heart_Attack के 3 बड़े कारण, आप जरूर रखें इन बातों का ध्यान….
Last Updated on December 8, 2020 by
खान-पान की गलत आदतों की वजह से हम बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। इन्हीं बिमारियों में से एक है हार्ट अटैक (Heart Attack) की बीमारी, जिसने न केवल अधिक उम्र वाले लोगों के साथ-साथ युवाओं को भी अपनी चपेट में लिया है। हार्ट अटैक से कोई भी व्यक्ति चंद पलों में अपनी जान गंवा सकता है। अधिकतर मामलों में लोगों को बाथरूम (Bathroom) में दिल का दौरा पड़ने की बात सामने आती है और इसी कारण उनकी जान बचाना मुश्किल हो जाता है, बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने के पीछे तीन कारण सबसे प्रमुख होते हैं। इन संकेतों को ध्यान में रखकर आप ऐसी स्थिति में खुद को बचा सकते हैं।
नहाते वक्त ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) का बढ़ना या घटना
अक्सर नहाते वक्त हमारे शरीर का रक्तचाप यानी की ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है। दरअसल इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं….
-सिर पर ठंडे पानी से भी होता है हार्ट अटैक
-विशेषज्ञों के मुताबिक, नहाते वक्त अक्सर सबसे पहले लोगों को अपने तलवों पर पानी डालना चाहिए उसके बाद ही सिर और बाकी हिस्सों को धीरे-धीरे गिला करना चाहिए। जब सीधे सिर पर ठंड़ा पानी पड़ता है तो रक्तचाप प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है। जो न केवल दिल के दौरा का कारण बन सकता है बल्कि हमारे लिए घातक भी साबित हो सकता है।
-अचानक गर्म पानी(Hot Water) या ठंडा पानी के नीचे जाना।
-बॉडी को साफ करने में ज्यादा प्रेशर लगाना।
-दोनों पैरों के सहारे ज्यादा देर तक बैठे रहना।
-जल्दी बाजी मे नहाना।
बाथटब में ज्यादा बैठे रहना
आपको बता दें कि इन चीजों से हमारा हार्ट रेट (Heart Rate) प्रभावित होता है, जो रक्त प्रवाह को प्रभावित करते हुए हमारी धमनियों पर दबाव बढ़ा देता है। जिससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थिति होने की संभावना बढ़ जाती है।
टॉयलेट का प्रेशर साबित होता है खतरनाक
टॉयलेट सीट पर बैठने या फिर आम भारतीय घरों में प्रयोग किए जाने वाले टॉयलेट के इस्तेमाल के दौरान लोगों को अधिक प्रेशर लगाना या फिर ज्यादा देर तक बैठना पड़ता है, जिससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है। इससे न केवल दिल की धमनियों पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि रक्त का प्रवाह भी बाधित होता है, जिसके कारण अक्सर लोगों को बाथरूम में हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट होता है।