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हिमाचल में अब तक 6 शव बरामद 47 अभी भी लापता, 60 आशियाने उजड़े, 655 करोड़ का नुकसान-Video
47 Still Missing In Himachal Disaster : शिमला हिमाचल में इस मानसून की तबाही लोगों को कभी ना भुलाने वाले जख्म दे गई है। कईयों के परिवार ही खत्म हो गए तो किसी का परिवार पूरे गांव में इकलौता ही बचा। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी, कुल्लू और शिमला जिलों में बादल फटने (Cloudburst) से भारी तबाही हुई है। इसमें अब तक 6 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 47 लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है।
एक ही परिवार के 16 लोग बहे, 33 लापता
राज्य आपदा प्रबंधन (State Disaster Management) के सदस्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि मंडी और कुल्लू में बादल फटने से बड़ी तबाही हुई है। उन्होंने कहा कि निरमंड तहसील में रात 2:30 बजे और समेज (Samej Of Rampur) में सुबह 4:45 पर बादल फट गया, जिसके बाद यहां पर जान और माल का नुकसान हुआ है।इस हादसे में 60 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, जबकि 35 घरों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। इसके अलावा 45 पशु शेड, 10 दुकानें, 4 स्कूल और एक स्वास्थ्य केंद्र (Health Care Centre) भी तबाह हो गया है।ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान शिमला (Shimla) जिले के रामपुर के समेज में हुआ है, जहां एक ही परिवार के 16 लोग बह गए हैं और अभी तक 33 लोग लापता हैं।
300 जवान चला रहे रेस्क्यू ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF, SDRF, CISF, होमगार्ड के लगभग 300 जवान जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे के स्थान से लेकर आगे बैराज तक लोगों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, मगर अभी तक एक भी व्यक्ति का सुराग नहीं मिला है।ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि मानसून में अब तक 144 मौतें रिकॉर्ड की गई हैं, जिसमें से 77 मौतें केवल बरसाती हादसों की वजह से हुई हैं। उन्होंने बताया कि अब तक मानसून में 655 करोड़ का अनुमानित नुकसान प्रदेश को हुआ है।
संजू