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600 SMC शिक्षकों का रोजगार छीना, नहीं मिला सेवा विस्तार
शिमला। कोरोना वायरस के चलते प्रदेशभर में लागू लॉकडाउन के चलते जहां कई अधिकारी और कर्मचारी 31 मार्च को घर बैठे सेवानिवृत्त (Retire) हो गए, वहीं 600 एसएमसी शिक्षकों (SMC teachers) का रोजगार भी छिन गया है। 31 मार्च को प्रदेश सरकार के साथ एसएमसी शिक्षकों का करार खत्म हो गया और इन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया। अब पहली अप्रैल यानी आज से इनकी सेवाओं को समाप्त समझा जाएगा। यह शिक्षक पांच से आठ साल से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे थे।
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इसे लेकर एसएमसी शिक्षक संघ में रोष है। संघ के राज्य अध्यक्ष मनोज रौंगटा ने कहा कि इन शिक्षकों ने बिना मानदेय के फरवरी और मार्च माह में स्कूलों में काम किया है। सरकार इन्हें सेवा विस्तार के साथ छुट्टियों का वेतन भी जारी करे। वेतन संबंधित मामले को लेकर सीएम ऑफिस ने फाइल प्रधान सचिव शिक्षा को भेजी है। इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा का कहना है सेवानिवृत्ति के संबंध में अन्य अधिकारिक औपचारिकताओं को बाद में पूरा किया जाएगा। सरकारी स्कूलों में 2400 शिक्षक स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के आधार पर कार्यरत थे। इनमें से 1800 का करार 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हो चुका है। प्रदेश में करीब 250 स्कूल एसएमसी शिक्षकों के सहारे हैं। इनमें नियमित शिक्षक नहीं हैं। ये दूर दराज के क्षेत्रों के स्कूल हैं। इनमें करीब 150 वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं हैं। लॉकडाउन और कर्फ्यू के बाद स्कूल खुलेंगे तो वहां शिक्षकों की कमी खलेगी। बता दें कि प्रदेश में मंगलवार को 33 प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापक, 60 शिक्षक (जेबीटी, टीजीटी, सीएंडवी, प्रवक्ता, पीजीटी) और 20 गैर शिक्षक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं। इनकी आधिकारिक औपचारिकताएं बाद में पूरी होंगी।