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7 साल बाद छत्तीसगढ़ के टाइगर रिज़र्व में दिखा दुर्लभ Black Panther, देखें तस्वीरें
Last Updated on May 23, 2020 by
बिलासपुर। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच जारी लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान कई सारी दुर्लभ चीजें देखने को मिल रही हैं। अब इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। दरअसल छत्तीसगढ़ के वन विभाग के अधिकारियों ने 7 साल बाद बिलासपुर के अचानकमार टाइगर रिज़र्व (Achanakmar Tiger Reserve) में एक दुर्लभ ब्लैक पैंथर (Black panther) को देखा। बताया गया कि 25 मार्च से 25 अप्रैल के बीच रिज़र्व में लगे ट्रैप कैमरों में ब्लैक पैंथर कई बार कैद हुआ। रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर विजया रात्रे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ब्लैक पैंथर के सटीक ठिकाने का खुलासा नहीं किया जाएगा।
इस ब्लैक पैंथर को 2017 में भी देखा गया था
अधिकारियों का मानना है कि यह दूसरी बार है जब इस दुर्लभ जानवर को रिजर्व एरिया में देखा गया है। इन तस्वीरों को वन विभाग ने शुक्रवार को जारी किया। इन तस्वीरों में ब्लैक पैंथर मस्ते से जंगल में चलते हुए और जमीन पर लोटते हुए दिखाई देता है। एक अधिकारी ने बताया कि बाघ की ट्रैकिंग के लिए जंगल के अंदरूनी इलाके में ट्रैप कैमरा 25 मार्च -25 अप्रैल को लगाए गए थे। जिनमें यह दुर्लभ ब्लैक पैंथर्स कैद हुआ है। उन्होंने बताया कि इस ब्लैक पैंथर को 2017 में भी देखा गया था। इसके तीन साल बाद फिर ये दिखा है।
तेंदुए में मैलेनिन ज्यादा होने से यह काला रंग का प्रतीत होता है
सबसे पहले 2011-12 इसके होने की जानकारी मिली थी। उस समय के अधिकारियों ने काले तेंदुए को लेकर जानकारी जुटाई। जिसमें यह बात सामने आई कि तेंदुए में मैलेनिन ज्यादा होने से यह काला रंग का प्रतीत होता है। यही काले रंग के तेंदुए को ही ब्लैक पैंथर कहते हैं। ब्लैक पैंथर कोई दूसरी प्रजाति नहीं है, जो कि आम धारणा में प्रचलित है। वन अधिकारियों का कहना है कि टाइगर रिजर्व में पेट्रोलिंग और ट्रैकिंग भी की जा रही है। हम और भी पैंथर तलाशने की कोशिश में हैं। इससे हमें पता चल जाएगा कि इस क्षेत्र में शावक/ अन्य पैंथर हैं या नहीं।