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7वीं पास शख्स ने ‘टॉप सीक्रेट’ फॉर्मूले से बनाई फर्ज़ी Covid-19 वैक्सीन, हुआ गिरफ्तार
नई दिल्ली। भारत समेत पूरे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी ने उत्पात मचा रखा है। चीन के वुहान से उपजे इस वायरस ने अबतक लाखों लोगों को मौत की गहरी नींद सुला दिया है। भारत पर इस महामारी का व्यापक असर हुआ है, जिसके चलते हजारों की तादाद में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस गंभीर वैश्विक आपदा के बीच विश्व के तमाम देश इस गंभीर महामारी के इलाज के लिए वैक्सीन का निर्माण करने में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी तक किसी को कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं हुई है। इनमें से कई वैक्सीन का निर्माण भारत में ही किया जा रहा है। इस सब के बीच ओड़ीशा से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है।
बना दी कोरोना की वैक्सीन- बेचने के लिए लाइसेंस मांग रहा था
यहां स्थित बरगढ़ में 7वीं पास शख्स को फर्ज़ी कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 vaccine) बनाने के लिए गिरफ्तार किया गया है जिसके पास से ‘कोविड-19 वैक्सीन’ लिखी कई शीशियां मिली हैं। जब ड्रग इंस्पेक्टर्स ने उससे कथित वैक्सीन का कंपोज़िशन पूछा तो उसने इसे ‘टॉप सीक्रेट’ (top secret formula) बताते हुए उजागर नहीं किया। आरोपी ने वैक्सीन के लाइसेंस के लिए प्रशासन को ईमेल भेजा था। 32 वर्षीय प्रह्लाद बीसी जो पश्चीमी उड़ीसा के बरगढ़ जिले के रुसुड़ा गांव का निवासी है, उसे अपने ही घर से गिरफ्तार किया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नकली टीके के बारे में हमें उसके भेजे मेल से पता चला, जिसमें वो अपने प्रोडक्ट (नकली वैक्सीन) को बेचने के लिए लाइसेंस की मांग कर रहा था।
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उन्होंने आगे बताया कि छापेमारी में हमने पाउडर, कुछ कैमिकल्स के साथ कई कांच की शीशियां बरामद की हैं, जिन पर ‘कोविड-19 वैक्सीन’ के स्टीकर लगे हुए हैं। आरोपी को ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 की धारा 18(सी) के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा इस बात की जांच की जा रही है कि कि क्या शख्स इससे पहले इलाके में किसी तरह के ड्रग्स कारोबार में शामिल था। बतौर रिपोर्ट 7वीं पास आरोपी ने अभी तक नकली टीका बेचना शुरू नहीं किया था। आरोपी के घर पर छापेमारी करने गए अधिकारियों को घर में बांझपन को ठीक करने की कुछ दवाइयां भी मिली हैं।