-
Advertisement
Breaking: कोरोना वायरस पॉजिटिव से लड़ने को शिमला-टांडा-नेरचौक,ये होंगी चार कैटेगिरी
Last Updated on March 25, 2020 by saroj patrwal
शिमला। कोरोना वायरस (Covid -19) के बढ़ते खतरे के बीच हिमाचल(Himachal) ने गाइडलाइन को फॉलो करने हुए इससे लड़ने के लिए चार कैटेगिरी बनाई हैं। इनमें अगर कोई पॉजिटिव केस पाया जाता है तो उसे शिमला स्थित आईजीएमसी, कांगड़ा के टांडा स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल या फिर नेरचौक स्थित मेडिकल कॉलेज में रखा जाएगा। यानी पॉजिटिव केस का इन तीन बड़े अस्पतालों में उपचार होगा। इस बात की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव हेल्थ आरडी धीमान ने बताया कि इसमें इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है कि किसी तरह यहां इन तीनों अस्पताल से दूसरे मरीज कहीं अन्यत्र शिफ्ट किए जाएं,ताकि इस वायरस के संक्रमण से दूर रखा जा सके।
धीमान बताया कि जो कुल चार कैटेगिरी बनाई हैं,उसमें पहली कैटेगिरी होम क्वारंटीन की है,जिसके तहत मात्र एहतियात के तौर पर किसी को घर में ही रखकर उसकी रोजाना घर पर ही जांच के लिए स्वास्थय विभाग का कर्मी जाता है। दूसरी कैटेगिरी के तहत वह लोग आते हैं,जो लंबे समय तक बाहर रहे हों, किसी के संपर्क में आए हों। ऐसे लोगों को गैर स्वास्थय संस्थानों में रखा जा रहा है। इसके लिए संपूर्ण व्यवस्था की गई है,जिसमें कोई एजुकेशनल संस्थान या उसी तरह उसके समकक्ष कोई संस्थान हो सकता है। यहां रहने, बाथरूम व खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी। इसी तरह तीसरी कैटेगिरी में वह लोग आते हैं जो संभावित केस हो सकते हैं। उन्हें जिला अस्पतालों में रखा जाएगा। यानी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार ने ये चार कैटेगिरी तय कर दी हैं। कैटेगिरी बनाई हैं,उसमें पहली कैटेगिरी होम क्वाटराइन की है,जिसके तहत मात्र एहतियात के तौर पर किसी को घर में ही रखकर उसकी रोजाना घर पर ही जांच के लिए स्वास्थय विभाग का कर्मी जाता है।