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भारत में हुआ Lockdown जल्दी उठाया गया दूरदर्शी और साहसिक कदम था: WHO
Last Updated on April 3, 2020 by saroj patrwal
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। देश की मौजूद हालत को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस माहामारी के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश को 21 दिनों लंबे लॉकडाउन पर रखा है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत के कदमों की तारीफ करते हुए डब्ल्यूएचओ (WHO) के प्रतिनिधि डॉ. डेविड नाबारो ने कहा, ‘भारत ने कम मामले सामने आते ही काफी जल्दी लॉकडाउन (Lockdown) कर दिया था। यह एक दूरदर्शी फैसला था।’ उन्होंने कहा, ‘तीन-चार हफ्ते बाद वायरस के प्रसार का इंतज़ार किए बिना…इसे पहले करना एक साहसिक फैसला था।’
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एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने आगे कहा कि यूरोप और अमेरिका जैसे विकसित देशों ने जहां कोरोना को गंभीरता से नहीं लिया, वहीं भारत में इस पर तेजी से काम हुआ। उन्होंने कहा कि भारत में गर्म मौसम और मलेरिया के चलते भारत के लोगों में बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता है। हम उम्मीद करेंगे उनका शरीर कोरोना को हरा दे। डबल्यूएचओ प्रतिनिधि ने आगे कहा कि इटली और अमेरिका में कोविड-19 का गंभीर असर हुआ, क्योंकि वहां समुदाय में वायरस घूमता रहा। उन देशों ने लक्षण मिलने पर भी लोगों को आइसोलेट नहीं किया। अगर आप तेजी से एक्शन नहीं लेते, तो मुश्किल बढ़ सकती है। तेजी से एक्शन लेना ही एकमात्र समाधान है। जैसा भारत में हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि हम सच में उम्मीद करते हैं कि यहां पहुंचते-पहुंचते वायरस की ताकत कम हो जाए। उन तमाम देशों में जहां मौसम गर्म है, वहां लोग संक्रामक बीमारियों के संपर्क में रहते हैं। उनकी प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। हम उम्मीद करते हैं कि यहां कोविड-19 भारतीयों के शरीर में ही हार जाए।