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डिप्रेशन में दिखाई देते हैं ये लक्षण, जानें आपका कोई करीबी तो नहीं इस बीमारी का शिकार
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह (Sushant Singh) के आत्महत्या (Suicide) करने के बाद हर तरफ डिप्रेशन की बातें हो रही हैं। डिप्रेशन से परेशान लोगों के लक्षण समझ नहीं आने के चलते हम उन्हें समय रहते संभाल नहीं पाते जिससे बाद में उनको खोकर हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसे में हम आपको आज यहां बताने का रहे हैं कि आप किस तरह से ये जान सकते हैं कि आपके आस-पास कोई इंसान डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्या से तो नहीं जूझ रहा। ताकि आप समय रहते कोई कदम उठाकर उन्हें संभाल सकें।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डिप्रेशन विशेष रूप से एक मूड डिसऑर्डर (Mood Disorder) है जो लगातार उदास रहने और किसी चीज की कोई इच्छा न होने के चलते होता है। डिप्रेशन कुछ दिन नहीं बल्कि, कई महीनों तक बना रहता है। अपनों के साथ और सहयोग से ही हम डिप्रेशन से किसी को निजात दिलवा सकते हैं।
कभी-कभार या कुछ समय के लिए उदासी, नाखुशी की भावना या निराश होना आम है। अगर यह लक्षण ज्यादा समय तक रहे तो चिंता का विषय हो सकते हैं। डिप्रेशन से गुजर रहे लोगों के लिए निराशा से उबराना कठिन होता है। उनके मन में असंतोष, विफलता की भावना रहती है और कुछ ऐसा यकीन होने लगता है कि कुछ भी बेहतर नहीं होगा। डिप्रेशन (Depression) से जूझ रहे लोग अक्सर बिना किसी कारण के नाखुश महसूस करते हैं।
जब कोई डिप्रेशन में होता है तो वह अपनी पसंदीदा गतिविधि तक से कतराता है या दूसरों के साथ जुड़कर खुश नहीं रहता। इस तरह अलग-थलग होने से उनके दोस्तों और प्रियजनों को डिप्रेशन के लक्षणों को देखना कठिन हो सकता है।
डिप्रेशन का एक मुख्य लक्षण यह भी है कि आप भले ही कितने भी थके हुए क्यों न हों लेकिन आप अच्छे से नींद नहीं ले पाते। नींद के पैटर्न में बदलाव जैसे अनिद्रा या खूब नींद आना डिप्रेशन का एक और लक्षण है।
डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति को थकान महसूस होती है। उसे महसूस होता है कि जैसे शरीर में ऊर्जा (Energy) बची ही नहीं। डिप्रेशन के दौरान भूख में बदलाव होता है जिससे या तो बजन बहुत तेजी से बढ़ता है या कम होता है।
डिप्रेशन से ग्रस्त व्यक्ति में दूसरों की तुलना में घबराहट और चिंता की संभावना अधिक महसूस होती है। बार-बार खुद को कम समझना और यह महसूस करना कि वह हर चीज का दोषी है, यह भी डिप्रेशन का ही लक्षण है। इस दौरान व्यक्ति के मन में जिंदगी खत्म (suicide) करने का भी ख्याल आता है। अगर आपको भी अपने किसी करीबी में यह लक्षण दिखते हैं तो आप उनसे बात करें। और इस गंभीर समस्या से निकलने में उनकी मदद करें।