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Dalai Lama के दोस्त की 160 साल पुरानी दुकान होगी बंद
Last Updated on August 25, 2020 by
मैक्लोडगंज। हिमाचल प्रदेश में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) के नाम से मशहूर मैक्लोडगंज में 160 साल पुरानी दुकान बंद होने जा रही है। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा जिस वक्त तिब्बत छोड़कर निर्वासन में आए तो मैक्लोडगंज पहुंचने पर सबसे पहले उनकी अगवानी इसी दुकान से ताल्लुक रखने वाले नौजेर नोवरोजी (Noujer Nowrojee) ने ही की थी। नोवरोजी एंड संस जनरल मर्चेंट शॉप (Nowrojee & Sons General Merchant Shop) अगले महीने बंद हो जाएगी। दुकान को एक पारसी परिवार चलाता रहा है। ये वही परिवार है जो ब्रिटिश समय से यहीं पर व्यवसाय करता आ रहा था। नोवरोजी परिवार की छह पीढ़ियों ने यहीं पर रहकर व्यवसाय किया। दलाई लामा के परम मित्र कहलाने वाले इस परिवार के नौजेर नोवरोजी की 2002 में मृत्यु हो चुकी है।
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दुकान में प्राचीन वस्तुएं आज भी मौजूद
मैक्लोडगंज (Mcleodganj) के मुख्य चौराहे पर स्थित नोवरोजी एंड संस जनरल मर्चेंट शॉप में आज भी अखबार, पत्रिकाएं और कन्फेक्शनरी मौजूद है। इसके अलावा बीते युग की यादें भी यहां संजोई गई हैं, लकड़ी के ढांचों में दुकान में प्राचीन वस्तुएं हैं, जिनमें पेट्रोमैक्स 835 स्पेशल लैंप शामिल है, जो जर्मनी निर्मित हैंगिंग विक लैंप कहलाता है। नोवरोजी के छोटे बेटे और मालिक परवेज नोवरोजी कहते हैं, दुकान को बंद करने का ख्याल आना भी एक कठिन निर्णय है, लेकिन कभी-कभी आपको चीजों को छोड़ देना पड़ता है। वह एक निजी कंपनी से सेवानिवृत्त हैं और 2010 से दुकान चलाते आ रहे थे। नोवरोजी के बड़े बेटे कुरुष नोवरोजी पश्चिम बंगाल में चाय का व्यवसाय करते हैं। नोवरोजी परिवार ने मिनरल वाटर, शराब, बेकरी उत्पाद, किराने के ब्रांड व तंबाकू का निर्माण किया है।
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