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स्टर्लिंग बायोटेक के संदेसरा बंधु बैंक धोखाधड़ी मामले में भगौड़े घोषित; किया है PNB से भी बड़ा फ्रॉड
नई दिल्ली। गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक ग्रुप (Sterling Biotech Group) के नितिन संदेसरा और चेतन संदेसरा व उनकी पत्नी को दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को आर्थिक भगौड़ा अपराधी घोषित कर दिया। संदेसरा बंधुओं (Sandesra Brothers) पर 14,500 करोड़ रुपए का फ्रॉड का भी आरोप है जो नीरव मोदी के पीएनबी घोटाले (PNB Fraud) से भी बड़ा है, बता दें कि नीरव मोदी ने पीएनबी से 11,400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। बैंक लोन के ज़रिए कथित तौर पर कई बैंकों से 14,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के बाद उन्होंने 2017 में भारत छोड़ दिया था। एजेंसियों के अनुसार, उनकी अंतिम ज्ञात लोकेशन नाइजीरिया है।
अपनी कंपनियों के बैलेंस सीट में गड़बड़ी कर बैंकों से बड़े लोन लिए थे
अतिरिक्त सत्र जस्टिस धर्मेंद्र राणा ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक याचिका पर यह आदेश जारी किया। जस्टिस ने कहा, ‘मुझे यह मानने में कोई झिझक नहीं है कि यह अदालत संतुष्ट है कि याचिकाकर्ता ने सफलतापूर्वक पैरवी की है और साबित किया है कि यहां प्रतिवादी भगौड़े आर्थिक अपराधी हैं।’ उन्होंने कहा कि यह घोषित किया जाता है कि आरोपी नितिन जयंतीलाल संदेसरा, चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन जयंतीलाल संदेसरा और हितेश कुमार नरेंद्र भाई पटेल भगौड़े आर्थिक अपराधी हैं।’ ईडी ने अदालत को बताया था कि आरोपी देश छोड़कर फरार हो चुके हैं और आपराधिक मुकदमे का सामना करने के लिए कानूनी प्रक्रिया से बच रहे थे।
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बता दें कि नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा के खिलाफ सीबीआई ने सबसे पहले अक्टूबर 2017 में फ्रॉड का केस दर्ज किया था। ईडी ने भगौड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम की धारा चार के तहत नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा, दीप्ति संदेसरा और हितेश पटेल को भगोड़ा घोषित करने के लिये अदालत में याचिका दायर की थी। ईडी के मुताबिक, चारों आरोपियों ने अपनी प्रमुख कंपनियों के बैलेंस सीट में गड़बड़ी की और बैंकों से बड़े कर्ज प्राप्त किए।