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#Himachal में #Trade_unions ने किया धरना-प्रदर्शन, श्रम कानूनों को बहाल करने की उठाई मांग
Last Updated on November 26, 2020 by Sintu Kumar
हिमाचल अभी अभी। हिमाचल प्रदेश में आज केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ( Trade unions)और राष्ट्रीय फेडरेशन( National federation) के आह्वान पर विभिन्न मजदूर संगठनों ने धरना प्रदर्शन( protest)किया। ये संगठन श्रम कानूनों में किए गए बदलाव को वापस लेने की मांग कर रहे थे। शिमला में सीटू( CITU) के आह्वान पर चौड़ा मैदान में अंबेडकर चौक पर सीटू के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। यूनियनों ने चेताया कि यदि यह मजदूर विरोधी फैसले सरकार जल्द वापस नहीं लेती है तो आने वाले समय में सीटू और तीव्र आंदोलन करेगी जिसकी रूपरेखा आने वाले समय में तैयार की जाएगी और केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार को गिरने की कोशिश जारी रहेगी।
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मंडी में भी सड़कों पर मजदूर
मंडी के सेरी मंच पर श्रम कानूनों के बदलाव को वापस लेने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर सीटू की जिला सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि आज पूरे जिला में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और राष्ट्रीय फेडरेशन के आह्वान पर विभिन्न मजदूर संगठनों ने एक दिवसीय हड़ताल की है। मंडी, सरकाघाट, धर्मपुर, जोगिंदर नगर, वाली चौकी ,नेरचौक , फकॉन, केएमसी इत्यादि जगह पर धरना किया गया। उन्होंने कहा कि देशभर के विभिन्न मजदूर संगठन मांग कर रहे हैं कि जो केंद्र सरकार ने पिछले दिनों 44 श्रम कानूनों को बदल कर चार श्रम संहिताओं में बदलने का निर्णय लिया है उसे वापस लिया जाए, किसानों के विरोध में तीन बिल पास किए हैं उन्हें वापस लिया जाए, न्यूनतम वेतन ₹21000 घोषित किया जाए, फैक्ट्री मजदूरों से 8 की बजाए 12 घंटे काम का निर्णय वापस लिया जाए ,आंगनवाड़ी, मिड डे मील ,आशा व अन्य योजना कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, सरकारी उपक्रमों का विनिवेश निजीकरण बंद किया जाए। इस अवसर पर सीटू जिला महासचिव राजेश शर्मा, नौजवान सभा सचिव सुरेश सरवाल,रेहड़ी फड़ी यूनियन प्रधान सुरेंद्र कुमार,एचपीएमआरए राज्य सचिव जगदीश ठाकुर, गोपेंद्र कुमार, रोहित, मनीराम, प्रवीण, दीपक आदि मौजूद रहे।
डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन
कुल्लू में किसान विरोधी क़ानून वापस लेने और स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशें लागू करने की मांग को लेकर ट्रेड यूनियन ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला महासचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकारको मजदूरों के दित में काम करने चाहिए और कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 21 हजार करना चाहिए। इसके अलावा आंगनवाड़ी वर्कर्स,आशा वर्कर्स ,मिड डे मील वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी घोषित करना चाहिए इसके अलावा महंगाई पर रोक लगाने और पेट्रोल, डीजल गैस की कीमतें कम कने की भी मांग की गई।
डाकघर के बाहर बैठकर धरना दिया
हमीरपुर में सीटू इकाई ने अपने कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सीटू राष्ट्रीय सचिव डा कश्मीर सिंह ठाकुर, जिला सचिव जोगिन्द्र सिंह की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने राज्य व केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। सीटू कमेटी के द्वारा करीब 18 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर बाद में डीसी हमीरपुर के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी भेजा। वहीं मुख्य डाकघर के बाहर अखिल भारतीय डाक सेवक संघ के द्वारा भी प्रदर्शन कर लंबित मांगों को पूरा करने की मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान डाक सेवक संघ के दर्जनों पदाधिकारियों ने मुख्य डाकघर के बाहर बैठकर धरना दिया। सीटू राष्ट्रीय सचिव डा कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्तमान की सरकार मजदूरों के खिलाफ काम कर रही है तो पूजीपतियों के हित में काम कर रही है जो कि पूर्णतया गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार आज के समय में कोरोना से लडने के लिए भी गंभीर नहीं है क्योंकि अस्पतालों की हालत बहुत बुरी है जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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