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पिता की किताब का प्रकाशन रोकाना चाहते हैं #Pranab_Mukherjee के बेटे अभिजीत मुखर्जी
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) की किताब ‘द प्रेसिडेंशियल इयर्स’ (The Presidential Years) ने प्रकाशन से पहले ही हलचल मचा दी है। इसी बीच प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने जनवरी में प्रकाशित होने वाली प्रणब मुखर्जी की किताब ‘द प्रेसिडेंशियल इयर्स’ के प्रकाशन पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है। अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी कि उन्होंने प्रकाशक रूपा पब्लिकेशंस से किताब पर तब तक रोक लगाने की मांग की है जब तक कि वो खुद उसे पढ़कर किताब के प्रकाशन की लिखित स्वीकृति नहीं देते।
अभिजीत मुखर्जी (Abhijeet Mukherjee) ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया है कि किताब में कुछ अंश प्रेरित हैं और पहले से मीडिया में हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके पिता स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी भी ज़िन्दा होते तो प्रकाशन से पहले खुद पूरी किताब ज़रूर पढ़ना चाहते।
@kapish_mehra @Rupa_Books
I , the Son of the author of the Memoir " The Presidential Memoirs " request you to kindly stop the publication of the memoir as well as motivated excerpts which is already floating in certain media platforms without my written consent .1/3— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) December 15, 2020
कांग्रेस की समस्याएं बढ़ा सकती है ये किताब
बता दें कि प्रणब मुखर्जी की ये किताब अगले साल जनवरी में आने वाली है और प्रकाशन (Publication) से पहले ही किताब को लेकर काफी विवाद पैदा हो चुका है। इस किताब में प्रणब मुखर्जी ने लिखा है कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद कांग्रेस ने दिशा खो दी थी और सोनिया गांधी पार्टी के मामले संभाल नहीं पा रही थीं। प्रणब मुखर्जी ने ये भी लिखा कि पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह का अपने कार्यकाल में ज़्यादा वक्त यूपीए गठबंधन को बचाने में ही बीता, जिसका बुरा प्रभाव सरकार के कामकाज पर पड़ा। जाहिर है कि ऐसे में प्रणब मुखर्जी की ये किताब कांग्रेस की समस्याएं और बढ़ा सकती हैं।