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#BirdFlu_ Alert: छेड़ा जाएगा अभियान, आंगनबाड़ी और हेल्थ वर्कर बनेंगे हिस्सा
धर्मशाला। हिमाचल में कोरोना (Corona) को लेकर हालात कुछ सुधरे हैं, लेकिन बर्ड फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है। पौंग झील में बर्ड फ्लू (#BirdFlu) से प्रवासी पक्षियों के मरने का सिलसिला जारी है। पौंग झील (Pong Lake) में प्रवासी पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 3702 के पार पहुंच गया है। दो दिन में 674 प्रवासी पक्षी (Migratory Bird) मृत मिले हैं। वहीं, अब कौवों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद वायरस लोकल बर्ड तक पहुंच गया है। अब तक कांगड़ा (Kangra) जिला में 70 के करीब लोकल बर्ड मृत मिल चुके हैं। थोड़ी राहत की बात यह है कि पोल्ट्री में अब तक वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। कांगड़ा जिला के पोल्ट्री के 119 सैंपल जांच को जालंधर भेजे थे और अब इन्हें भोपाल भेजा गया है। इनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। बर्ड फ्लू को लेकर सरकार भी अलर्ट है। पिछले कल सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने सारी स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों से बैठक की थी। वहीं, आज धर्मशाला में मीडिया से बातचीत में उन्होंने बर्ड फ्लू को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए एक अभियान छेड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को अभियान को लेकर प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है। अभियान में लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक किया जाएगा। इस अभियान में आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्थ वर्कर को शामिल किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि लोगों में अनावश्यक डर भी ना हो, लेकिन जहां सावधानी बरतने की जरूरत है, वहां सावधानी बरती जानी चाहिए। किसी प्रकार की कोताही ना हो। उन्होंने कहा कि मृत पक्षियों पर नजर रखने के लिए पौंग झील में बोट (Boat) की कमी खल रही है। अभी दो तीन ही बोट हैं। पौंग झील का एरिया बहुत बड़ा है। कुछ पक्षी पानी के अंदर ही मृत पाए जा रहे हैं। बाकी झील के किनारों पर भी नजर रखने के लिए बोट की आवश्यकता है। ऐसे में देखेंगे कि जहां से बोट उपलब्ध हो सकें तो बोट उपलब्ध करवाएंगे। बोट की संख्या को बढ़ाया जाएगा, ताकि कर्मचारियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इस वक्त पौंग एरिया में वाइल्ड लाइफ की 55 टीमें और पशुपालन विभाग की दस टीमें तैनात हैं। टीमों को पीपीई किट आदि मुहैया करवाई गई हैं। पौंग झील में पक्षियों की मृत्यु का आंकड़ा बढ़ रहा है। बार हेडेड गीज़ प्रजाति के (सिर पर धारियों वाले प्रवासी पक्षी) पक्षियों की ज्यादा मृत्यु हुई है। यह पक्षी अन्य जलाशय में भी आते हैं। पर अन्य जलाशय से अब तक किसी पक्षी के मरने की कोई सूचना नहीं है। उसके साथ ही कुछ जगहों पर कौवों की भी मौत हुई है। उनके सैंपल जांच को भेजे हैं। इनमें भी संक्रमण हो सकता है, जोकि चिंता का विषय है। सीएम ने कहा कि अब तक पोल्ट्री (Poultry) में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। जोकि राहत की बात है। उन्होंने कहा कि यह वायरस ऐसा वायरस है, जिसमें 48 घंटे के अंदर फैलने और पक्षियों की मृत्यु निश्चित है।