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चमोली आपदा : सुरंग में बार-बार आ रहा पानी, रैणी गांव में लगाया गया वॉटर लेवल अलार्म
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिला में आई आपदा के बाद अभी भी मलबे के बीच जिंदगी तलाशने का काम जारी है, लेकिन मलबे से सिर्फ शव ही बरामद हो रहे हैं। चमोली आपदा के बाद ऋषिगंगा (Rishiganga) में 11वें दिन बुधवार को भी तपोवन सुरंग (Tapovan Tunnel) से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। मंगलवार को सुरंग से दो शव बरामद (Two Bodies Recovered) हुए थे, लेकिन सुरंग में पानी आने से मलबा हटाने कार्य रोकना पड़ा था। सुरंग में बार-बार पानी आ रहा है, जिससे मलबा हटाने काम भी बाधित हो रहा है। हालांकि बुधवार को मलबा हटाने का कार्य फिर से शुरू किया गया।
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जानकारी के अनुसार अब सुरंग के अंदर जलभराव के बाद पंपिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। पंपिंग मशीन की मदद से पानी निकाला गया था। इसके अलावा रैणी गांव (Reni Village) के एक क्षेत्र में खोजबीन के लिए टीम रवाना हुई है।बताया जा रहा है कि शवों की तलाश के लिए टीम भेजी गई है। आपको बता दें कि अब तक तपोवन सुरंग से 11 शव बरामद हुए हैं, जबकि कुल 206 लोग इस आपदा के बाद से लापता हुए हैं। इनमें से 58 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि अभी भी 146 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने से चमोली के रैणी गांव में भारी तबाही मची थी। यहां भी अब एसडीआरएफ द्वारा वॉटर लेवल अलार्म (Water Level Alarm) लगाया गया है। इस अलार्म सिस्टम के बाद ऋषिगंगा में पानी का लेवल बढ़ने पर समय रहते लोगों को जानकारी मिल सकेगी।