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live: मानसून सत्र: जयराम बोले- वीरभद्र सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र ( Monsoon session of Himachal Pradesh vidhansabha)आज शुरु हो गया। सीएम जयराम ठाकुर सहित सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायक सदन में मौजूद है। सदन की कार्यवाही शुरु होते हैं। सदन में चार दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई । सदन में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह व जब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन पर शोकोद्गार प्रस्ताव लाया गया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन को चलाने के लिए सभी का सहयोग मांगा। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और नरेंद्र बरागटा को याद करते हुए परमार ने कहा कि उन्होंने वर्षों तक सदन की शोभा बढ़ाई है।34 साल में ये पहली दफा है जब सदन में किसी न किसी रूप में मौजूद रहने वाले वीरभद्र सिंह को हिमाचल विधानसभा याद कर रही है।
सीएम जयराम ने कहा कि आज सदन में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का नहीं होना सदन ही नही बल्कि पूरे प्रदेश व देश के लिये अपूर्णीय क्षति है। बड़े व्यक्तित्व के मालिक रहे वीरभद्र सिंह देश की राजनीति के वरिष्ठतम नेता थे। इतने वरिष्ठ नेता होने के बावजूद वे बेहद संयमित और शालीन थे और उनमें सभी को साथ लेकर चलने की बेजोड़ क़ाबलियत थी।आज हम सब लोगों को उनके व्यक्तित्व से सीखने की ज़रूरत है। सीएम ने अपने शोकोउद्गार मे कहा कि विरोधी दल के होने बावजूद उनके बेहद करीब रहने का हमें मौका मिला, उनसे हमेशा सीखने को मिला, उनका भरपूर स्नेह मिला। वीरभद्र सिंह जमीन से जुड़े नेता रहे और जनता से आखिरी वक्त तक उनका मजबूती से जुड़ाव रहा।हिमाचल के विकास में वीरभद्र सिंह का ऐसा योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
सीएम ने वीरभद्र सिंह के साथ बिताए अनेक बातों को याद करते हुए कई भावुक लम्हों को सदन में सांझा किया। सीएम ने कहा कि हिमाचल उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगा
- सदन में सीएम जयराम ने विधानसभा के पूर्व सदस्यों मोहन लाल, राम सिंह और अमर सिंह को भी श्रद्धांजलि दी।
- प्रदेश में बारिश व मानसून से हुई मौतों व नुकसान का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि कांगड़ा जिला के बोह गांव में भूस्खलन से 10 लोगों की जानगई और किन्नौर के बटसेरी, लाहुल और सिरमौर में बारिश से जान व माल की हानि हुई है।
शोकोदगार के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी।