-
Advertisement
मां-बाप का दुख कम करने के लिए बनाई जाती हैं ये डॉल्स, दिखती है बिल्कुल असली
किसी भी मां-बाप के लिए अपने बच्चे को खो देना दुखों का पहाड़ टूटने से कम नहीं होता है। ऐसे में उनको दुख को थोड़ा कम करने के लिए एक अनोखी प्रकार की गुड़िया तैयार की गई हैं, जिन्हें रीबॉर्न डॉल्स (Reborn Dolls) के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको इन रीबॉर्न डॉल्स व बेबी डॉल्स (Baby Dolls) के बारे में विस्तार से बताएंगे।
ये भी पढ़ें- इस देश के लोगों की होती है सबसे लंबी उम्र, जानिए इनका लाइफस्टाइल
रीबॉर्न डॉल एक ऐसी गुड़िया होती हैं, जिसे बनाने वाले आर्टिस्ट उसे पूरी तरह से मानव शिशु (Human infant) का रूप दे देते हैं। इस गुड़िया को एक वास्तव में इंसान के बच्चे की तरह दिखने और महसूस करने के लिए डिजाइन किया गया है। बच्चे की तरह गुड़िया को गले लगाना और प्यार करना शायद देखने और सुनने में अजीब लगे, लेकिन इन रीबॉर्न डॉल्स के ट्रेंड में आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि जिन माता-पिता ने अपने बच्चे को खो दिया है, इन डॉल्स की मदद से उन्हें बेहतर महसूस कराया जा सकता है। इसके अलावा कुछ समय के लिए बच्चे को खोने का उनका दर्द को भी कम किया जा सकता है।
ऐसे मददगार हैं ये डॉल्स
इस गुड़िया की मदद से अवसाद (Depression) कम करने में मदद मिल रही है। यह गुड़िया आमतौर पर सिलिकॉन की बनाई जाती हैं, जो मानव त्वचा जैसी लगती है। यह असली दिख सकें इसके लिए इसे बनाने बाले कलाकार इनहें हाथ से पेंट करते हैं, यहां तक कि नकली पलकें और वेन्स भी बनाते हैं।