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ऊना में गरजा सवर्ण समाज , एससी-एसटी एक्ट को खत्म करो
ऊना। जिला के एक गांव में नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ (Molesting a Minor Girl) और उसके बाद आरोपी की पिटाई को लेकर एससी एसटी एक्ट (Sc St Act) के तहत केस दर्ज किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आज जिला मुख्यालय के एमसी पार्क में सवर्ण समाज (Savarna Samaj) के सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्रित हुए और छेड़छाड़ के आरोपी द्वारा दर्ज कराए गए एससी एसटी एक्ट के केस के खिलाफ आवाज बुलंद की।
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इतना ही नहीं, क्षत्रिय देवभूमि संगठन (Kshatriya Devbhoomi Organization) के बड़े नेता रुमित सिंह ठाकुर और मदन ठाकुर भी इस प्रदर्शन में विशेष रूप से शामिल होने के लिए ऊना (Una) पहुंचे। एमसी पार्क में जुटे सवर्ण समाज के लोगों ने डीसी ऑफिस तक रैली निकालकर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजकर छेड़छाड़ मामले के बाद दायर किए गए एससी एसटी एक्ट के मामले को रद्द करने की मांग उठाई, इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्र सरकार से इस एक्ट को ही निरस्त करने के लिए भी आवाज उठाई है।
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उन्होंने कहा कि इस एक्ट का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया जाता है, जिसके चलते सवर्ण समाज के दर्जनों लोग आज झूठे केसों में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि लड़के ने पहले लड़की से छेड़छाड़ की और जब परिजनों इसकी पिटाई की तो उस लड़के ने परिजनों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में केस दर्ज करवा दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस (Police) को इस मामले को तुरंत रद्द करना चाहिए और पीड़ित लड़की को न्याय दिलाना चाहिए।
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ब्राह्मण कल्याण सभा ने छेड़छाड़ के आरोपी को गिरफ्तार करने की उठाई मांग
ब्राह्मण कल्याण सभा (Brahmin Welfare Assembly) के युवा विंग के जिला अध्यक्ष चंदन शर्मा ने भी इस मामले को लेकर कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि हरोली उपमंडल के एक गांव में हुई यह घटना सवर्ण समाज के खिलाफ सोची समझी साजिश है। उन्होंने पुलिस (Himachal Police) पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक नाबालिग के साथ छेड़छाड़ का मामला हुआ है तो कैसे पुलिस की मौजूदगी में समझौता करवा दिया गया। चंदन शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के मामलों में पीड़िता के परिजन भी किसी भी प्रकार से समझौता नहीं करवा सकते। उन्होंने मांग की है कि छात्रा से छेड़छाड़ मामले के बाद उसी के परिवार के और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए एससी एसटी के केस को तुरंत प्रभाव से खारिज किया जाए। वहीं, छात्रा से अश्लील हरकतें करने के आरोपी को तुरंत गिरफ्तार (Arrest) कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाए।