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नाबालिग से सात साल तक करता रहा डिजिटल रेप, पुलिस ने अब किया अरेस्ट
नाबालिग लड़की के साथ सात साल तक डिजिटल रेप (Digital Rape) करने का मामला सामने आया है। आरोपी इसके लिए अपने हाथों, अंगुलियों, पैर के अंगूठे का उपयोग करता था। 80 वर्षीय आरोपी ने 17 साल की एक लड़की के साथ सात साल की अवधि तक डिजिटल रेप किया। उसे रविवार को नोएडा पुलिस (Noida Police) ने गिरफ्तार किया है। मौरिस राइडर के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति पर पीड़िता के साथ अश्लील हरकत करने का भी आरोप लगा था।
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नाबालिग की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक धमकी) और पोक्सो अधिनियम की धारा 5 और 6 के तहत मामला दर्ज किया। पता चला है कि आरोपी बुरे काम का विरोध करने पर पीड़िता की पिटाई भी करता था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
मामला हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) से भी जुड़ा हुआ है। पता चला है कि आरोपी का हिमाचल प्रदेश में एक ऑफिस था, वहां काम करने वाले एक वर्कर ने आठ साल पहले अपनी बेटी को उसके साथ अच्छी पढ़ाई के लिए नोएडा भेजा था। उसके बाद वर्ष 2015 से ही आरोपी नाबालिग का यौन शोषण कर रहा था। नोएडा पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी लड़की का गार्जियन है और काफी समय से उसे अश्लील वीडियो दिखा कर उसके साथ रेप और छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दे रहा है। बच्ची ने आरोप लगाया है कि आरोपी पिछले सात साल से इस तरह की हरकत कर रहा था। पीड़िता जब इस बात का विरोध करती थी तो आरोपी उसके साथ मारपीट करता था।
क्या है डिजिटल रेप
डिजिटल रेप का मतलब यह नहीं कि किसी लड़की या लड़के का शोषण इंटरनेट के माध्यम से किया जाए। ये शब्द दो शब्द डिजिट और रेप से बना है। अंग्रेजी के डिजिट का मतलब जहां अंक होता हैए वहीं अंग्रेजी शब्दकोश के मुताबिक अंगुली, अंगूठा, पैर की अंगुली, इन शरीर के अंगों को भी डिजिट से संबोधित किया जाता है। यौन उत्पीड़न जो डिजिट से किया गया होए तब उसे डिजिटल रेप कहा जाता है।
.आईएएनएस