-
Advertisement
पहली जून से सोना खरीदेंगे तो मिलेगी शुद्धता की गारंटी , बदल जाएगा खरीदने व बेचने का नियम
अकसर लोग शादी या त्योहारों पर सोना खरीदते हैं। लेकिन अगले महीने से देश में गोल्ड से जुड़ा एक अहम नियम लागू होने जा रहा है। सोना खरीदने से पहले आप इस नियम के बारे में जरूर जान लें वरना आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। पहली जून 2022 से ज्वैलर्स सिर्फ हॉलमार्क वाले सोने के गहने ही बेच सकते हैं, चाहे उनकी शुद्धता कुछ भी हो। यानी सोने के सभी कैरेट के गहनों के लिए हॉलमार्किंग अनिवार्य की जा रही है।
यह भी पढ़ें- नई पहलः अब एसएमएस साथ कॉल भी आएगी- आप की गाड़ी का चालान हुआ है
Implementation of Second Phase of Mandatory Hallmarking
from 1st June 2022.#JagoGrahakJago #Hallmark #gold #consumer #awareness #AzadiKaAmritMahotsav@IndianStandards@PIB_India @PiyushGoyal @SadhviNiranjan @AshwiniKChoubey pic.twitter.com/W7DNahDJqU— Consumer Affairs (@jagograhakjago) April 29, 2022
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने 4 अप्रैल 2022 को इस संदर्भ में एक नोटिफिकेशन जारी की थी। अब तक सिर्फ छह तरह की सोने की शुद्धता की कैटेगरी, यानी 14 कैरेट, 18 कैरेट, 20 कैरेट, 22 कैरेट, 23 कैरेट और 24 कैरेट के लिए ही हॉलमार्किंग जरूरी थी। यानी 21KT या 19KT (KT= Carat) के सोने के आभूषणों के लिए हॉलमार्क अनिवार्य नहीं था। अब 1 जून 2022 से यह नियम बदल जाएगा।
Now consumers can get their unhallmarked gold jewellery tested for purity at any BIS recognised Assaying and Hallmarking Centre (AHC).#JagoGrahakJago #hallmark #gold #jewellery #AzadiKaAmritMahotsav @PiyushGoyal @SadhviNiranjan @AshwiniKChoubey @IndianStandards pic.twitter.com/NHDoHyS3CB
— Consumer Affairs (@jagograhakjago) May 2, 2022
क्या है हॉलमार्किंग?
दरअसल हॉलमार्क वाला सोना प्रमाणित सोना होता है। इसकी क्वालिटी की जांच की जाती है। भारत सरकार के तहत एक एजेंसी, बीआईएस सोने की शुद्धता और सुंदरता को प्रमाणित करने के लिए हॉलमार्किंग का प्रोसेस करता है। ग्राहकों द्वारा खरीदे गए सभी सोने के आभूषणों के लिए हॉलमार्किंग अनिवार्य है, भले ही सोने की शुद्धता कितनी भी हो।
सरकार ने सोने के गहनों पर शुद्धता के संकेतों में भी बदलाव किया है। अब हॉलमार्क वाले सोनेके आभूषणों में तीन चिह्न होंगे:
बीआईएस लोगो शुद्धता / सुंदरता ग्रेड छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड, जिसे HUID भी कहा जाता है इससे पहले हॉलमार्किंग के चिह्न होते थे- बीआईएस लोगो, शुद्धता या सुंदरता ग्रेड, केंद्र का पहचान चिह्न और ज्वैलर्स का पहचान नंबर।