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80 फीसदी छात्रों के फेल होने से अभिभावक परेशान, निशुल्क पेपर रिचेकिंग की उठाई मांग
Last Updated on November 29, 2022 by sintu kumar
शिमला। हिमाचल प्रदेश विवि (HPU) ने करीब पांच माह बाद अंडर ग्रेजुएट (यूजी) का रिजल्ट (UG Result) घोषित किया, लेकिन इस परीक्षा में प्रदेश के विभिन्न कालेजों के 80 फीसदी छात्र फेल हो गए। परीक्षा परिणाम के बाद कई छात्र सदमे में हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों की चिंता हो रही है। रिजल्ट निकाले जाने के बाद से छात्र संगठन विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र हो गए हैं। छात्रों का आरोप है कि इस बार एचपीयू ने पेपर चैकिंग (Paper Checking) के लिए कम्प्यूटर का इस्तेमाल कियाए यानी मैनुअल आधार पर पेपर चैक नहीं हुए। ईआरपी सिस्टम में खामी के चलते छात्र फेल हुए।
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छात्र संगठन एबीवीपी ने आज विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन (Protest) किया। एबीवीपी (ABVP) के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि विश्व विद्यालय की लापरवाही के कारण 80 फ़ीसदी छात्र फेल हो गए हैं। इसको लेकर विश्वविद्यालय के प्रो वीसी को ज्ञापन दिया गया था और उन्होंने दो दिन का समय मांगा, लेकिन इतने दिन बाद भी वह गायब हैं। उन्होंने कहा कि फेल हुए छात्रों को कॉलेज से निकाला जा रहा हैं। एबीवीपी मांग करती हैं कि फेल हुए छात्रों की निशुल्क रीचेकिंग (Free Rechecking) हो, और उन्हें तब तक उसी कक्षा में पढ़ने दिया जाए।