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हिमाचल में RTPCR टेस्ट पर जोर, प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए आगे आएं लोग
दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार भी सतर्क हो गई है। हिमाचल प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों में जुट गया है। प्रधान स्वास्थ्य सचिव सुभाशीष पांडा ने आज सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में सभी सीएमओ को RATके बजाय आरटीपीसीआर टेस्ट पर वर्किंग करने को कहा। इसके अलावा टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
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प्रधान स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि लोग प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए आगे आएं और घर से बाहर निकलते समय कोरोना के नियमों का पालन करें। दूर दराज के स्थानों पर जहां पर टेस्टिंग नहीं हो पा रही है वहां पर एचआरटीसी व पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए सैंपल लैब तक पहुंचाएं जाएं। उच्च अधिकारियों द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि हर व्यक्ति का टीकाकरण करवाना सुनिश्चित किया जाए। वहीं, जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है वह स्वयं भी अपना टीकाकरण करवाने के लिए आगे आएं। इसके अलावा यदि किसी तरह के इस बीमारी के लक्षण लगते हैं तो लोग टेस्ट जरूर करवाएं।
अस्पतालों में दवाइयों का पूरा स्टॉक
स्वास्थ्य विभाग सभी जिला अस्पतालों में कोरोना की दवाई का स्टाक रखने के अलावा लोगों कोविड नियमों का पालन करने की अपील कर रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि हिमाचल में कोरोना के मामले में बढ़ोतरी नहीं हो रही है लेकिन विभाग इस बार लापरवाही नहीं बरतना नहीं चाहता है। उधर स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक रमेश चंद ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए तैयार है और बीते दो साल भी स्वास्थ्य विभाग ने अच्छा काम किया है और अब कोरोना का नया वैरीएंट दस्तक दे रहा है जिससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। मेडिकल कालेज के साथ-साथ जिला के अस्पतालों में दवाइयों का पूरा स्टॉक है और कोविड सेंटर भी पहले से ही बने हुए है। उन्होंने कहा कि नए कोरोना वैरीएंट के लक्षण भी पहले जैसे है और जुकाम बुखार गले मे खराश जैसे लक्षण आये तो तुरंत अस्पताल जा कर टेस्ट करवाए ओर अपने आप को आइसोलेट कर ले । उन्होंने कहा कोरोना से बचने के लिए कोविड नियमो का पालन करना जरूरी है।