-
Advertisement
बाल सत्र में उठे मुद्दों पर बोले सुक्खू: स्कूलों में योगा की स्पेशल क्लास पर करेंगे विचार
शिमला। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विशेष बाल सत्र की कार्यवाही को गंभीरता से देखा। बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर आयोजित सत्र में भाग लेने वाले सभी बच्चों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के सवाल-जवाब देखकर उनका विश्वास और दृढ़ हुआ है कि हिमाचल प्रदेश का भविष्य सुरक्षित है। सीएम ने बाल सत्र के दौरान स्कूलों में योगाभ्यास के लिए विशेष सत्र आयोजित करने के सुझाव पर विचार करने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि बाल सत्र के दौरान आए अन्य सुझावों पर राज्य सरकार गम्भीरता से विचार करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विशेष बच्चों पर भी ध्यान दे रही है और सरकार ने प्रदेश के 6000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ दी स्टेट’ के रुप में अपनाया है। उन्होंने कहा कि सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली हिमाचल के तीन अनाथ बच्चों को एडमिशन देने के लिए तैयार हो गया है। सुक्खू ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 17 वर्ष की आयु में कक्षा प्रतिनिधि (क्लास रिप्रजेंटेटिव) का चुनाव लड़ा और आज उन्हें सीएम के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा करने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए राजनीति में काफी अवसर हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में मॉडल डे-बोर्डिंग के लिए 300 करोड़
उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं, जिसके लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इन स्कूलों में खेल के मैदान के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। लोकतंत्र देश की बुनियाद है और आने वाले समय में ये बच्चे अपनी पसंद की सरकार चुनेंगे। उन्होंने कहा कि परिवर्तन के लिए नई सोच और कड़े संघर्ष की आवश्यकता होती है।
गवर्नेंस में युवाओं की भागीदारी बढ़े: हरिवंश
सत्र का शुभारम्भ करते हुए राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश ने कहा कि गवर्नेंस में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना अति आवश्यक है। देश के विकास में युवाओं को अधिक से अधिक भागीदार बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए उनका सर्वांगीण विकास आवश्यक है तथा बाल सत्र के माध्यम से युवा पीढ़ी को एक नया मंच प्राप्त हुआ है। उन्होंने युवाओं से आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ अपनी भूमिका निभाने, समाज को जोड़ने का प्रयास करने और देश को गौरवपूर्ण पथ पर ले जाने के लिए मिलकर कार्य करने की अपील की।
बच्चों को बधाई : पठानिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऐतिहासिक काउंसिल चेंबर में विधानसभा का बाल सत्र आयोजित किया गया है, जिसके लिए बाल विधायकों का चयन लंबी प्रक्रिया के बाद किया गया तथा इस प्रक्रिया में देशभर के 50 हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि चयनित अधिकांश बच्चे सरकारी स्कूलों से चुने गए हैं। उन्होंने बाल सत्र के लिए चयनित मुख्यमंत्री जाह्नवी और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों तथा विधायकों को बधाई दी।
प्रश्नकाल और शून्यकाल में हुई डेढ़ घंटे चर्चा
बाल सत्र में ‘बच्चों की सरकार कैसी हो’ विषय पर आयोजित चर्चा में बच्चों ने शिक्षा के सुधार तथा लोगों की समस्याओं के बारे अनेक प्रश्न पूछे। बाल सत्र के दौरान प्रश्नकाल व शून्यकाल की कार्यवाही भी आयोजित की गई, जिसमें बाल विधायकों ने विभिन्न विषयों पर लगभग डेढ़ घंटे तक चर्चा की। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार बी.डी. कल्ला, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी तथा संजय अवस्थी और विधायकगण उपस्थित थे।