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दनादन घोषणाएं कर सीएम को भी पीछे छोड़ा पांगी के PA ने, मिली यह सजा
पांगी। राजनेताओं को बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हुए आपने सुना होगा। लेकिन किसी अफसर के निज सहायक यानी PA को लाखों की घोषणाएं करते शायद ही सुना हो। हिमाचल प्रदेश में यह भी हुआ है। चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी (Pangi) के आवासीय आयुक्त कार्यालय में कार्यरत PA ने दनादन इतनी घोषणाएं कर दीं कि राज्य के सीएम (CM) भी पीछे छूट गए। अब इस घोषणावीर PA का वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद आवासीय आयुक्त ने उसे सेचू स्कूल में क्लर्क के पद पर बिठा दिया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि आवासीय आयुक्त पांगी के कार्यालय में कार्यरत PA मंजीत कुमार हाल में ग्राम पंचायत करयूनी में आयोजित एक क्रिकेट प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि (Chief Guest) के रुप में पहुंचे थे। वहां उन्होंने क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजक क्लब को 7.68 लाख रुपए देने की घोषणा का डाली। वीडियो में देखा जा सकता है कि PA ने पहली घोषणा में कहा कि जो लोग मेरे पास आये हुए थे, उनके लिए युवा खेलकूद एवं प्रतियोगिता के लिए 4 लाख 84 हजार की घोषणा करता हूं। उन्होंने क्रिकेट प्रतियोगिता करवाने वाले युवक मंडल करयूनी के लिए दो लाख 84 हजार देने की अलग से घोषणा की थी।
मिली यह सजा
वीडियो वायरल होने के बाद PA को दोबारा राजकीय माध्यमिक पाठशाला सेचू में क्लर्क (Clerk) के पद पर भेजा गया है। वहीं आवासीय आयुक्त पांगी रितिका जिंदल की ओर से आदेश जारी करते हुए पांगी के सभी विभाग के बड़े अधिकारियों को आदेश जारी किए कि भविष्य में इस तरह की घटना सामने न आए।
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क्या यह सुपर डीसी है: जनक राज
बीजेपी विधायक डॉ. जनक राज ने इस मामले को लेकर सवाल दागा है कि पांगी घाटी के वायरल वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन की विषय पर कार्य करना शुरू कर दिया है। यह व्यवस्था परिवर्तन ही तो है, जिसमें एक आवासीय आयुक्त के निजी सहायक कार्यक्रमों में जाकर वित्तीय घोषणाएं कर रहे हैं। हम ऐसी स्थिति में सरकार से यह पूछना चाहेंगे कि उनको वित्तीय शक्तियां किसने प्रदान कीं, कब प्रदान कीं या यह कांग्रेस पार्टी के नारा व्यवस्था परिवर्तन का भाग है। यह अधिकारी अगर सही प्रकार में देखा जाए तो सुपर डीसी लग रहा है। लगता है कि कांग्रेस सरकार का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है।