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मलबे में तब्दील हुआ गाजा, दबे हैं 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी; लेकिन हमले जारी
गाजा। इजरायल और हमास के बीच जारी घमासान (War Between Israel And Hamas) के बीच गाजा में मलबे के नीचे अभी भी 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी फंसे (Palestinian Trapped) हुए हैं। लेकिन न तो इजरायल गाजा पर हमले से बाज आ रहा है और न ही हमास, जिसने सोमवार को इजरायल पर फिर रॉकेट दागे हैं। इजरायल ने राशन, ईंधन, बिजली, पानी और दवाओं की सप्लाई पर रोक (Blocked The Supply) लगा रखी है। इसके चलते करीब 2.3 मिलियन लोग खाने और ईंधन से महरूम हैं।
सीजफायर से किया मना
इजरायल ने गाजा पट्टी पर अभी तक 6000 से ज्यादा बम गिराए हैं। तकरीबन पूरा शहर मलबे में तब्दील हो चुका है और इसी मलबे में अब 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी लोग दबे बताए जा रहे हैं। गाजा पर हमले के बाद अभी तक करीब 2750 लोग मारे गए, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिक हैं। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल की बमबारी में 9700 लोग घायल भी हुए हैं। इन सबसे इतर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli PM) ने गाजा में सीजफायर (Ceasefire) की रिपोर्टों से इनकार किया है। उम्मीद जताई जा रही थी कि सीजफायर से गाजा में मदद पहुंचाना आसान होगा और यहां पर फंसे हुए विदेशियों को निकाला जा सकेगा।
ऐसी बनी है सहमति
इजरायली सेना ने गाजा के भीतर उन रास्तों पर हमला करने से बचने की बात कही है, जो सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच उत्तर से दक्षिण की ओर लोगों को निकालने के लिए निर्धारित हैं। मीडिया की खबरों में कहा गया था कि इजरायल, मिस्र और अमेरिका इस बात पर सहमत हुए हैं कि गाजा और मिस्र के बीच राफा क्रॉसिंग (Rafah Crossing) को सोमवार को कई घंटों के लिए खोला जाएगा, ताकि विदेशी नागरिकों को निकालने और मदद के सामान पहुंचाने में मददगार हो सके।
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अरब देश इजरायल के खिलाफ गुस्से में
सोमवार को इजरायल ने गाजा से लोगों को निकालने के लिए हवाई हमलों में 5 घंटे की रियायत दी है। उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन सोमवार सुबह सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) से मिले और मध्य एशिया के संकट पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि इजरायल की जवाबी कार्रवाई से अरब देश भी गुस्से में हैं। इजरायल ने सीरिया और जॉर्डन पर भी हमले किए हैं। इस बीच, ईरान ने कहा है कि गाजा पर जमीनी सैन्य कार्रवाई से युद्ध का विस्तार हो सकता है। इराक ने ईरान का समर्थन किया है। बढ़ते संकट को देखकर अब अमेरिका भी गाजा पर इजरायल के हमले के पक्ष में नहीं है, क्योंकि इससे न केवल जंग का विस्तार होने का खतरा है, बल्कि हजारों की संख्या में निर्दोष लोगों के मारे जाने की आशंका है।