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स्थानीय लोगों का कमाल, सुकेती खड्ड को पार करने के लिए खुद बनाई पगडंडी
मंडी शहर में पड्डल वार्ड और शहर को आपस में जोड़ने के लिए पंचवक्त्र मंदिर के पास बना पुल (Bridge) बरसात के मौसम में टूट गया था। इस कारण लोगों को आने-जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लोगों को आमने-सामने जाने के लिए पूरे बाजार का चक्कर काटकर जाना पड़ रहा था। स्थानीय लोगों ने आपसी सहयोग से सुकेती खड्ड (Suketi Khad) के बीच एक पगडंडी (Trail) बनाने की सोची।
बखरे पड़े टूटे-फूटे सामान से किया पगडंडी का निर्माण
स्थानीय निवासी दीपक वैद्य और हरीश शर्मा ने इस पगडंडी को बनाने की सोची और अपने स्तर पर इस कार्य की शुरूआत कर दी। देखते ही देखते लोग भी इस कार्य में सहयोग करने लगे और फिर आसपास बिखरे पड़े टूटे-फूटे सामान को इकट्ठा करके पगडंडी का निर्माण (Trail construction) कर डाला। पगडंडी बनाने में लोहे के टूटे हुए पुराने जंगले, टूटी-फूटी चादरें और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। अब यह अस्थायी रास्ता लोगों को आमने-सामने जाने के लिए तैयार हो गया है जिससे लोगों को काफी ज्यादा सुविधा मिल रही है।
जल्द से जल्द हो स्थायी पुल का निर्माण
स्थानीय निवासी हरीश शर्मा, नरेश वैद्य और रोशन लाल ने बताया कि अस्थायी रास्ते से वे सुकेती खड्ड को पार कर पा रहे हैं लेकिन यहां पर जल्द से जल्द स्थायी पुल का निर्माण किया जाए। आने वाले समय में शिवरात्रि का महोत्सव (Shivaratri Festival) शुरू होने जा रहा है। यदि उससे पहले यह पुल नहीं बना तो महोत्सव में आने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इन्होंने सरकार और विभाग से इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की गुहार लगाई है।
पुल निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा
वहीं, जब इस बारे में जल शक्ति विभाग (Jal Shakti Department) के अधिशाषी अभियंता राजकुमार सैनी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुल निर्माण के लिए विभाग को 33 लाख की धनराशि प्राप्त हो चुकी है और इसका टेंडर लगा दिया गया है। जल्द ही इस कार्य को शुरू कर दिया जाएगा। विभाग का प्रयास रहेगा कि पुल का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
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