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कहीं आप भी बॉयफ्रेंड सिकनेस का शिकार तो नहीं, इन तरीकों से लगाएं पता
Relationship Facts : क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिनके लिए अपना पार्टनर (Partner) ही सब कुछ होता है और एक बार अगर आप रिलेशनशिप (Relationship) में आ गए तो आपकी पूरी जिंदगी आपके पार्टनर (partner) के इर्द गिर्द घूमती हो। उनके बात करने से आप खुश और बात न करने से आप नाखुश होते हों। अगर हाँ, तो आप भी बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड सिकनेस (Girlfriend Sickness) का शिकार हैं। चलिए जानते हैं कि कोई भी इंसान इस व्यवहार में क्यों पड़ता है।
ऐसा व्यवहार कपल्स में नार्मल
बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड सिकनेस अक्सर नए नए रिलेशनशिप (Relationship) में आए लोगों में देखी जाती है। हालांकि, यह एक सामन्य चरण है जहां लोग अपने पार्टनर को प्रायोरिटी पर रखते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा व्यवहार कपल्स में नार्मल है। और ऐसा होना जरूरी भी है ताकि, उनके बीच बाॅन्ड व लगाव गहरा हो। लेकिन यह हर रिश्ते में आखिरी दम तक नहीं रहता है। कई लोगों में यह स्पार्क जल्दी ही खत्म हो जाती है। एक रिसर्च (Research) के मुताबिक़, नए रोमांटिक (Romantic) रिलेशनशिप में आए लोगों का दिमाग अपने साथी से बाॅन्ड बनाने के लिए ओवरटाइम काम करता है। किसी अजनबी (Unkown) को महत्वपूर्ण बनाने के लिए बहुत सारी मशक्कत की जरूरत होती है। ऐसे में आपने देखा होगा कि जब कोई नए नए रिश्ते में आता है तो हमेशा बात होती है लेकिन जैसे ही रिश्ता कुछ पुराना होता है तो यह प्रिऑरिटीज़ (Priorities) भी चेंज हो जाती हैं।