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टांडा में सांयकालीन लंगर को लेकर सदनम ट्रस्ट ने उपनिदेशक से की मुलाकात
Last Updated on January 18, 2020 by Deepak
कांगड़ा। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा (Dr. Rajendra Prasad Medical College & Hospital Tanda) में लंगर संचालन की मनाही के बाद धेनुम आश्रय सदनम ट्रस्ट तथा अस्पताल प्रशासन (Hospital administration) में अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। हालांकि यह मामला हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री, नगरोटा बगवां उपमंडल के प्रशासनिक अधिकारी तथा टांडा अस्पताल के उपनिदेशक के संज्ञान में आ चुका है। इसी मामले को लेकर धेनुम आश्रय सदनम का एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को टांडा मेडिकल कॉलेज के उप निदेशक केएस राणा से भी मुलाकात की। जिस पर उन्होंने अस्पताल परिसर में शनिवार को सांयकालीन लंगर लगाने की सहमति प्रकट करते हुए कहा कि कॉलेज के प्राचार्य तथा चिकित्सा अधीक्षक के साथ सोमवार को बैठक करके मसले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।
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बता दें कि अस्पताल के अंदर खाद्य पदार्थ परोसने के लिए लागू होने वाले खाद्य सुरक्षा अधिनियमों का अनुसरण करने के बाद भी अस्पताल प्रशासन का नकारात्मक रेवैया आम जनता के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी संदर्भ में जिला कांगड़ा के समाज सेवी संजय शर्मा धेनुम आश्रय सदनम के समर्थन में आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि अगर टांडा अस्पताल अपना रवैया नहीं बदलता है तो वह कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेंगे। अगर फिर भी अस्पताल प्रशासन लंगर का समर्थन नहीं करेगा तो वो इसके खिलाफ धरने पर बैठने से भी गुरेज नही करेंगे। वहीं, इस बारे में नगरोटा बगवां के एसडीएम शशिपाल नेगी का कहा गरीबों के लिए लंगर का आयोजन एक सराहनीय कार्य है। अस्पताल परिसर में लंगर के आयोजन को लेकर प्राधानाचार्य से विचार-विमर्श करके इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री
वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। मामले की छानबीन करके तमाम तथ्यों की जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इस समस्या का सामाधान करने का प्रयास किया जाएगा।