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बादलों के ऊपर बसा एक ऐसा अनोखा गांव, जहां आज तक नहीं हुई एक बूंद बारिश
Al Hutaib Village of Yemen: हमारी इस खूबसूरत दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं जहां आम लोगों का पहुंच पाना बहुत कठिन है। इनमें से कुछ जगहें अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर हैं, तो कुछ अपनी रहस्यमयी कहानियों के लिए। हम सभी जानते हैं कि पानी की हमारे जीवन में कितनी अहमियत है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं हो सकती। आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सदियों से बारिश की एक भी बूंद नहीं गिरी, फिर भी वहां लोग बसे हुए हैं और अपनी सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह पूरी तरह सच है। इस गांव की जलवायु और भौगोलिक स्थिति इसे बेहद खास बनाती है।
यमन की राजधानी सना के पश्चिम में मनाख क्षेत्र के हराज इलाके में स्थित इस गांव को अलहुतैब नाम से जाना जाता है। खास बात यह है कि यह गांव समुद्र तल से 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यही कारण है कि यह बादलों से भी ऊपर बसा हुआ है। इस गांव में बारिश ना होने के पीछे का कारण इसकी ऊंचाई है। बारिश के बादल आमतौर पर जमीन के नज़दीक बनते हैं और बरसते हैं। लेकिन अलहुतैब गांव इतनी ऊंचाई पर स्थित है कि बादल इसके नीचे ही रहते हैं और गांव तक बारिश की एक बूंद भी नहीं पहुंच पाती। यही वजह है कि यहां के लोग कभी बारिश का अनुभव नहीं कर पाते।
ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां की जलवायु बेहद अजीब है। यहां पर सुबह और रात में ठंड होती है और दोपहर में धूप तेज हो जाती है। वातावरण शुष्क रहता है और नमी बहुत कम होती है। यह गांव सिर्फ अपनी जलवायु के लिए ही मशहूर नहीं है, बल्कि यहां की इमारतें भी देखने लायक हैं। यहां के लोगों ने अपने घरों को खास तरीके से बनाया है, जिससे वे तेज धूप और ठंड दोनों से बच सकें। कह सकते हैं कि यह गांव प्राचीन और आधुनिक वास्तुकला का अनोखा संगम है.
यहां रहने वाले लोग अलबोहरा या अलमुकर्रामा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिन्हें यमनी समुदाय भी कहा जाता है। इस गांव को बसाने का श्रेय इस्माइली मुस्लिम समुदाय के धार्मिक नेता मुहम्मद बुरहानुद्दीन को दिया जाता है। वे हर तीन साल में इस गांव का दौरा किया करते थे। अलहुतैब गांव की खास जलवायु और खूबसूरती इसे एक पर्यटन स्थल भी बनाती है।
यहां से नीचे का नज़ारा बेहद शानदार दिखता है। जब बादल गांव के नीचे होते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे यह गांव आसमान में तैर रहा हो। सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। जहां अलहुतैब गांव में बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरती, वहीं भारत के मेघालय राज्य में स्थित मासिनराम गांव में सबसे अधिक वर्षा होती है।