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Corona संक्रमित महिला की मौत के बाद बद्दी में Alert, जानें पिछले दिनों कितनों के संपर्क में आई
बद्दी। पीजीआई चंडीगढ़ ( PGI Chandigarh)में एक महिला की कोरोना संक्रमण के चलते मौत होने के बाद बद्दी में कई लोगों पर वायरस से संक्रमित होने का खतरा मंडराने लगा है। महिला की मौत के प्रशासन ने सजगता दिखाते हुए महिला के संपर्क में आने वाले संभावित लोगों की पहचान करनी शुरू कर दी है। इन सभी संदिग्धों को आइसोलेशन में भेजकर इन सभी का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।हालांकि महिला से अन्य किसी शख्स के संक्रमित होने का पता रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। बता दें कि महिला के परिवार की बद्दी के झाड़माजरी में हेलमेट की फैक्टरी है। इस कंपनी में हजारों लोग काम करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी कर्मचारियों को घर भेजा जा चुका है।
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महिला या परिवार का कोई भी सदस्य नहीं गया था विदेश
इस मामले में हैरान करने वाली बात ये है कि महिला या उनके परिवार से जुड़ा कोई भी सदस्य हाल में किसी भी विदेश यात्रा पर नहीं गया था। मामले के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस द्वारा बताया गया कि चार परिवार अपनी निजी गाड़ी में 15 मार्च को दिल्ली से बद्दी आए थे। सभी दिल्ली के रहने वाले हैं। इनमें बद्दी की एक हेलमेट कंपनी के मालिक और पत्नी भी शामिल हैं। इन परिवारों ने कोई विदेश यात्रा नहीं की है। दिल्ली से लौटने के बाद यह चारों परिवार कंपनी के गेस्ट हाउस में ही रहे। हालांकि से कंपनी के अंदर ही बने मंदिर में यह सभी पूजा अर्चना के लिए जाते थे। कंपनी के भीतर दो गेस्ट हाउस है, जिनमें एक कंपनी के निदेशकों और दूसरा कर्मचारियों के लिए बनाया गया है। प्रशासन द्वारा आगे बताया गया कि ड्राइवर कर्मचारियों के लिए बने गेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था।
परिवार की एक अन्य महिला को भी 30 मार्च को था तेज बुखार
सा- सफाई के रखा नौकर भी गेस्ट हाउस में ही ठहरा था। खाना बनाने के लिए रखे दोनों कुक 10-15 मार्च के बीच घर गए थे। उसके बाद लौट आए। इसके अलावा कंपनी में काम करने वाले दो अन्य लोग 26 फरवरी को यूपी अपने गांव गए थे और वापस आ गए थे। एक अन्य होली पर दिल्ली स्थित अपने घर गया था और फिर लौट आया। रिपोर्ट्स के अनुसार प्रशासन द्वारा कंपनी में तैनात सुरक्षा कर्मचारियों और 22 अन्य कर्मियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों की टीम यह पता लगाने में जुटी हुई है कि महिला उद्यमी से कहीं ये लोग संक्रमित तो नहीं हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार 30 मार्च को परिवार की अन्य महिला अपने पति के साथ एक निजी अस्पताल में जांच के लिए पहुंची। इस दौरान उन्हें तेज बुखार था।
महिला की कोविड-19 की रिपोर्ट आना बाकी, डॉक्टरों ने की है मौखिक पुष्टि
डॉक्टरों ने उन्हें दवाई देकर गेस्ट हाउस में क्वारंटीन रहने की सलाह दी। 31 मार्च को मृतक उद्यमी महिला अपने पति के साथ निजी अस्पताल में जांच के लिए पहुंची। उन्हें बीते पांच से छह दिनों से तेज बुखार था। डॉक्टरों ने उन्हें दवाई देकर गेस्ट हाउस में क्वारंटीन रहने की सलाह दी। 2 अप्रैल को महिला को निजी अस्पताल में दोबारा जांच के लिए लाया गया। इस दौरान उनका एक्स-रे किया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। बाद में महिला ने पीजीआई में दम तोड़ दिया। हालांकि उनकी कोविड-19 की रिपोर्ट आना बाकी है। लेकिन डॉक्टरों ने मौखिक तौर पर महिला को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि कर दी है। पुलिस द्वारा 20 मार्च से 1 अप्रैल के बीच कंपनी और अस्पताल में आने-जाने वाले सभी लोगों की पहचान की जा रही है। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कोई कोरोना से संक्रमित तो नहीं हुआ है।
हजारों कर्मचारियों को रोजगार देने वाली कंपनी महिला की मौत के बाद सील
महिला की मौत के बाद सभी सीमाएं सील कर दी गई है। उधर बद्दी के जिस अस्पताल में महिला का उपचार चल रहा था उसे सील कर दिया है। अस्पताल और फैक्ट्री का 3km का एरिया भी सील कर दिया गया है। इसके अलावा जो भी लोग पिछले एक सप्ताह में अंदर इस निजी गए हैं उनको प्रशासन ने संपर्क करने को कहा है। उधर डीसी सोलन ने कहा कि सभी सदस्यों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। उनको संपर्क में जो भी लोग आए सभी को क्वारंटाइन किया गया है। जिला प्रशासन की ओर से पूरी एहतियात बरती जा रही है। इसके साथ ही हिमाचल के लिए ये चिंता का विषय हो गया है। इससे पहले एक तिब्बती मूल के व्यक्ति की डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा में करोना वायरस से संक्रमण के चलते मौत हुई थी।