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माता बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर के खजाने में करोड़ों का गबन का आरोप !
नाहन। उत्तर भारत के प्रसिद्ध श्री महामाया बाला सुंदरी मंदिर में बरती जा रही भारी अनियमितताओं को लेकर क्षेत्र ग्रामीणों ने त्रिलोकपुर मंदिर न्यास के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने महामाया बाला सुंदरी मंदिर के चढ़ावे में पिछले 7-8 सालों में करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक के गबन के आरोप मंदिर न्यास के अधिकारियों व कर्मचारियों पर लगाए हैं। साथ ही इस मामले में प्रशानिक अधिकारियों पर भी लापरवाही बरतने की बात कही है। इस सिलसिले में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिला मुख्यालय नाहन में पहुंचकर त्रिलोकपुर मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं डीसी सिरमौर रामकुमार गौतम को एक लिखित शिकायत सौंपी है। साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाने की गुहार भी लगाई है। डीसी सिरमौर से मुलाकात के बाद ग्रामीणों ने सिरमौर प्रेस क्लब नाहन में पत्रकार वार्ता की, जिसमें उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए है।
ग्रामीणों ने डीसी सिरमौर से की शिकायत
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे धीरज कुमार ने आरोप लगाया कि मंदिर के खजाने में हेरा फेरी का आलम यह है कि मंदिर के कर्मचारियों के लिए जिस बड़ी केतली में चाय लेकर जाते थे, वापिस उसमें ही सोना ले जाता जाता था। यहीं नहीं मुख्य मंदिर के दानपात्र को सीसीटीवी का लाइव काटकर दूसरे छोटे बाहरी मंदिर के दानपात्र से बदलने के आरोप भी उन्होंने लगाए है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 7 से 8 साल में माता के चढ़ावे में 100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी हुई है। जांच करने में यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है। इसके अलावा पिछले साल जून माह में चढ़ावे की हेराफेरी के आरोप में किए गए मंदिर के कर्मचारी गौरव की बहाली पर भी ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए है। साथ ही इस मामले से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज भी मीडिया को जारी किया है।
ग्रामीण धीरज कुमार ने कहा कि हैरानी की बात है कि जब आज इस पूरे मामले की शिकायत डीसी सिरमौर से की गई तो उन्हें भी संबंधित कर्मचारी की बहाली के मामले जानकारी नहीं थी, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों से जवाब भी तलब किया। उन्होंने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग करते हुए कहा कि त्रिलोकपुर मंदिर में बढ़ती जा रही अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।