-
Advertisement
बिना कर्फ्यू पास गाड़ी में Mohali से पंडोह पहुंच गया बुजुर्ग, रास्ते में किसी ने नहीं रोका
Last Updated on May 1, 2020 by Vishal Rana
मंडी। हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर कितनी चौकसी है, इसकी पोल एक 68 वर्षीय बुजुर्ग ने खोलकर रख दी है। घटना पिछले कल यानी 30 अप्रैल की है और इसकी जानकारी आज मिली है। 68 वर्षीय मेहर सिंह मोहाली (Mohali) से मंडी जिला के पंडोह अपनी निजी गाड़ी को खुद चलाकर ले आया और रास्ते में इन्हें किसी ने नहीं पूछा। खुद मेहर सिंह ने माना कि रास्ते में उससे किसी ने ना तो कर्फ्यू पास (Curfew Pass) मांगा और ना ही अन्य दस्तावेज। हिमाचल की सीमा में प्रवेश करने से पहले बाकायदा मेडिकल तक करवा दिया, लेकिन हिमाचल में प्रवेश की अनुमति के बारे में कोई जांच पड़ताल नहीं हुई। मेहर सिंह का तर्क है कि वह अपनी बची हुई सैलरी लेने यहां आया है।
यह भी पढ़ें: Breaking: नांदेड़ से पंजाब लौटे यात्रियों को छोड़ने वाली Bus के चालक-परिचालक पहुंचे ऊना
मेहर सिंह बीबीएमबी पंडोह में बतौर एसडीओ (SDO) कार्यरत थे। यहां यह जिस सरकारी क्वार्टर में रहते थे उसका ताला तोड़कर वहीं पर रात बिताई। मेहर सिंह अपने साथ रहने और खाने का सामान भी लेकर आया है। आज सुबह जब बीबीएमबी प्रबंधन को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। बीबीएमबी (BBMB) के एक्सईएन ई. राजेश हांडा ने बताया कि जेई के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद पुलिस को कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: बड़ी खबरः क्वारंटाइन सेंटर में रखे जाएंगे Red Zone से Himachal आए लोग
वहीं, पंडोह पुलिस चौकी से हेड कांस्टेबल भानु प्रताप अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की सारी जांच पड़ताल की। उन्होंने बताया कि व्यक्ति बीना पास के आया है और क्वार्टर का ताला तोड़कर यहां रह रहा है। इन्हें वापस भिजवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और नियमानुसार कार्रवाई अम्ल में लाई जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि हिमाचल प्रदेश की सीमा से लेकर पंडोह (Pandoh) तक पुलिस के दर्जनों नाके हैं। ऐसे में क्या बाहर से आने वाले वाहनों को इतनी लापरवाही के साथ यहां आने दिया जा रहा है। यदि बुजुर्ग द्वारा कही जा रही बात सत्य है तो यह प्रदेश के लिए किसी बड़े खतरे की घंटी से कम नहीं। राज्य सरकार को सोचना होगा कि सख्ती दिखावे के लिए की जा रही है या फिर बचाव के लिए।