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समर हिल हादसे के बाद शिमला की एक और बड़ी इमारत को खतरा, दीवार गिरी, डंगा धंसा
शिमला। शिमला के समर हिल (Summer Hill Landslide) इलाके में शिव मंदिर के धंसने की शुरुआत यहां इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज (IIAS) के भवन से शुरू हुई थी। यहीं से पहाड़ का पूरा मलबा भूस्खलन के साथ शिव मंदिर को बहाकर अपने साथ ले गया था। इस घटना के बाद अब संस्थान के भवन को भी खतरा पैदा हो गया है।
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संस्थान के पीछे की दीवार गिरने और दरारें (Cracks) दिखने के बाद संस्थान के प्रशासन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन से दौरा करने और जोखिम का आंकलन (Risk Assessment) करने का अनुरोध किया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) और मौसम विभाग (IMD) के अधिकारियों ने संस्थान का दौरान किया है। संस्थान के आगे के परिसर की जमीन भी धंस गई है, साथ ही आगे का डंगा धंसने की कगार पर है। खतरे को देखते हुए संस्थान के प्रबंधन ने जोखिम वाली जगह को प्लास्टिक की शीट से ढक दिया है, ताकि जमीन में पानी का रिसाव न हो।
150 साल पुराना है भवन
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज का भवन करीब 150 साल पुराना है। SDM शिमला भानु गुप्ता ने मौके का जायज़ा लेने के बाद बताया कि जमीन धंसने के साथ भवन के परिसर में भी दरारें आ गई हैं। नगर निगम शिमला को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
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विशेषज्ञों की टीम जब यहां का दौरा करेगी, तो ही पता चलेगा कि भवन को कितना खतरा है। SDM ने बताया कि वाटर टैंक फटने की बात सामने आई थी। लेकिन इसमें सच्चाई नहीं है। मौके पर ऐसा कुछ भी नज़र नहीं आया है। संस्थान के भीतर तक जाने वाली सड़क भी धंस रही है। सड़क को बचाने के लिए पानी की धारा को मोड़ा गया है, ताकि जमीन में रिसाव न हो।