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इजरायल ने गाजा को चौतरफा घेरा, लेकिन जंग रुकवाने पहुंचे एंटनी ब्लिंकन
तेल अवीव। जमीनी हमले के लिए इजरायल ने गाजा पट्टी (Israel Surrounded Gaza Strip) को पूरी तरह से घेर लिया है। लेकिन अमेरिका को डर है कि हमास से लड़ाई (War With Hamas) में हजारों की संख्या में फिलीस्तीनी नागरिक (Palestine People) भी मारे जाएंगे। इसीलिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) दूसरी बार इजरायल पहुंचे हैं। खबर है कि वह बेंजामिन नेतन्याहू से मिलेंगे और उन्हें फिलिस्तीन के लिए मदद की सप्लाई न रोकने के लिए राजी करेंगे। गाजा प्रशासन का कहना है कि अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा है।
हालांकि इस जंग में अमेरिका इजरायल के साथ है, लेकिन वह चाहता है कि वह बेकसूर नागरिकों को मानवीय सहायता (Humanitarian Assistance) के रास्ते में रोड़ा न बने। सऊदी अरब, तुर्की, जॉर्डन, मिस्र और सीरिया ने अमेरिका पर जंग रुकवाने का दबाव डाला है। माना जा रहा है कि अगर इजरायल ने जमीन लड़ाई शुरू की तो अरब देश अमेरिका के दुश्मन बन सकते हैं। ऐसे में बीच का रास्ता निकालने के लिए ही एंटनी ब्लिंकन इजरायल पहुंचे हैं।
गाजा में बिजली-पानी सब ठप
ब्लिंकन इजरायल के अलावा कुछ और देशों का भी दौरा करेंगे। वॉशिंगटन से निकलने से पहले उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि गाजा को मदद मिलती रहे। गाजा के बड़े हिस्से में बिजली, पानी की सप्लाई (Electricity, Water Supply Shut Down) बंद है। लोगों को जरूरी दवाओं तक के लिए तरसना पड़ रहा है।
सीजफायर पर अमेरिका भी राजी नहीं
इजरायल से कई देशों ने अपील की है कि वह युद्ध विराम कर दे। हालांकि पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इससे इनकार किया है और उनका कहना है कि युद्ध विराम करना तो हमास के आगे सरेंडर करने जैसा होगा। सीजफायर (Ceasefire) की बात से तो अमेरिका ने भी इनकार किया है, लेकिन फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता जारी रखने की अपील जरूर की है। इसी के लिए इजरायल को राजी करने के लिए ब्लिंकन तेल अवीव पहुंचे हैं।