-
Advertisement
परिवार के राजनीतिक नेपथ्य से निकलने की खुशी में बहे आंसू!
हमीरपुर। सियासत भी बड़ी अजीब है। कभी फर्श ले अर्श पर ढ़केल देती है। तो कभी सोई किस्मत को खोल देती है। कभी श्राप बन जाती है, तो कभी वरदान बनकर एक और मौका थमा देती। हिमाचल में भी एक राजीनितक परिवार को वरदान मिला है। या यूं कहें तो परिवार के मुखिया की सियासी नेपथ्य की कहानी के अंत होने के आसार दिख रहे हैं। इसकी एक बानगी आज हमरीपुर में देखने को मिली।
घर पहुंचते ही छलक पड़े आसूं
जब चारों लोकसभा और करीब 630 किलोमीटर नाप चुके अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) गृह जिला हमीरपुर (hamirpur) पहुंचे। तो उनके आंखों से आंसू छलक पड़े। भरे गले से उन्होंने हमीरपुरियों का शुक्रिया अदा किया। भरी जनसभा में छलकते आंसूओं के बीच अनुराग ठाकुर ने परिवार के उस दर्द को बाहर निकाल दिया। जो बीते चार साल से घर का बुजुर्ग अपनी आंखों में लेकर चल रहा था।
90 साल के बुजुर्ग भी आकर गले लगे
अनुराग ठाकुर ने कहा कि तीन-तीन घंटे धूप में सड़क किनारे खड़े रहकर बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने उनका इतंजार किया। 90 साल के बुजुर्ग जो सड़क पर खड़े थे। वह मेरे रिश्तेदार या सगे संबंधी नहीं थे, लेकिन उन्होंने मुझे गले लगाकर आशीर्वाद दिया। जिन्हें मुझसे कुछ भी नहीं चाहिए। वे भी आज मुझसे मिले।
यह भी पढ़ें: आधी रात को नारों की गूंज के बीच जब बेटा अनुराग घर पहुंचा तो कुछ ऐसा रहा माहौल
मेरे कदम डगमगाने लगे तो पकड़ लेना
अनुराग ने भरी सभा में सिसकते हुए कहा मैं एक चीज आपसे मांगने आया हूं। कहीं पर मेरे कदम डगमगाने लगे तो मुझे सचेत कर देना। ताकि हिमाचल की सेवा में मेरी ओर से कोई कमी ना आए। जन आशीर्वाद यात्रा ने एक जन आंदोलन का रूप लिया है। अनुराग ने कहा कि जो हमारे पार्टी के कार्यकर्ता नहीं है। वो भी आगे आकर हाथ हिला कर हमें आशीर्वाद दे रहे हैं।
आपके आशीर्वाद से ही मैं केंद्र में अच्छा काम कर सका, आपने मुझे बल दिया तो मैंने काम किया। आप सबने मुझे चार बार का सांसद बनाया और मुझे मेरी नई पहचान दी। मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने से अकेले अनुराग ठाकुर को यह बड़ी जिम्मेदारी और मान सम्मान नहीं मिला, बल्कि यह मान-सम्मान देवभूमि हिमाचल को भी मिला है। – अनुराग ठाकुर , केंद्रीय मंत्री
पिता की मेहनत की छेड़ी बात
उन्होंने कहा कि हमीरपुर क्षेत्र का सांसद होना मेरा सौभग्य है। इस दौरान उन्होंने अपने पिता के सियासी सफर को भी याद कर, आगामी संकेत छोड़ दिए। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम प्रेम कुमरा धूमल (prem kumar dhumal) की मेहनत के चलते 40 साल पूर्व के कार्यकर्ता भी आज उनसे मिल रहे हैं।
तेजी से बदल रही है हमीरपुर की सियासत
बता दें कि केंद्र में अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur)का बढ़ चुका है। पहले वित्त मंत्रालय में एमओएस (MOS) का दर्जा और अब कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) का पद। खेल और सूचना प्रसारण मंत्री बनने के बाद मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल में जन आशीर्वाद यात्रा (Janashirwad Yatra) के दौरान जगह-जगह अनुराग ठाकुर की धूम मची। बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज दिखे। इस दौरान हमीरपुर की सियासत भी तेजी से करवट बदली। अपने चेले के हाथों 2017 में चुनाव हारने के बाद राजनीतिक नेपथ्य में जा चुके प्रेम कुमार धूमल को सुजानपुर से फिर चुनावी मैदान में उतारने की मांग लोग करने लगे हैं।
चंद रोज पहले कांग्रेस (Congress) का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं ने प्रेम कुमार धूमल से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। जिसके बाद 75 का कांटा क्रॉस कर चुके प्रेम कुमार धूमल के नाम की चर्चा ने जोर पकड़ ली है। कार्यकर्ताओं ने प्रेम कुमार धूमल से अनुरोध किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें। साथ ही जिन्होंने उन्हें शिकस्त दी थी, वे उनका राजनीतिक मटियामेट कर दें। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था। जिसका खामियाजा वे भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 की विधानसभा चुनाव में प्रेम कुमार धूमल की जीत सुनिश्चित करने के लिए वे मेहनत से काम करेंगे।
यह भी पढ़ें: रक्षाबंधन के दिन क्रमिक अनशन पर बैठे मृत कर्मियों के आश्रित
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group