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Arunachal Pradesh: भूस्खलन के कारण 8 माह के बच्चे समेत 8 लोगों की हुई मौत
नई दिल्ली। देश भर में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच मानसून के दस्तक देने के साथ ही साथ वर्षा जनित आपदाओं का दौर भी शुरू हो गया है। इस फेहरिस्त में अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में शुक्रवार को बारिश के कारण भूस्खलन (Landslide) की अलग-अलग 2 घटनाओं में कम-से-कम 8 लोगों की मौत (Death) हो गई। पहली घटना पापुम पारे ज़िले में हुई जहां 8 महीने के बच्चे समेत एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। सूबे के सीएम पेमा खांडू ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए सहायता राशि की घोषणा की है।
राज्य में बना हुआ है भारी बारिश का खतरा
उन्होंने मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य और इसके लोग इस मुश्किल समय में पीड़ित परिवार के साथ हैं। सीएम ने आगे कहा कि पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से पूरे राज्य में तबाही मची है। विभिन्न स्थानों और राजधानी के आसपास के क्षेत्रों में भूस्खलन की रिपोर्टें सामने आई हैं। सड़क यातायात बुरी तरह बाधित हो गया है और नालों एवं नदियों में जल प्रवाह बढ़ गया है।’ सीएम ने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है। उन्होंने राज्य के सभी लोगों से एहतियात बरतने और संवेदनशील स्थानों पर रहने से बचने का अनुरोध किया है।
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भारी वर्षा से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा
पापुम पारे जिले से सामने आए मामले में आज सुबह टिगडो गांव में चट्टाने खिसकने से चार व्यक्ति मलबे में दब गए। बतौर रिपोर्ट्स, ‘टिगडो गांव में आज तड़के करीब 02:30 बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया जिसमें रहने वाले एक ही परिवार के चार सदस्य मलबे में जिंदा दब गये। मृतकों में आठ महीने का एक बच्चा भी शामिल है। सभी शवों को मलबे से निकाल लिया गया है।’ राज्य के ईस्ट सियांग जिले में भारी वर्षा से सियांग और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। पासीघाट के सिबो-कोरांग नदी में अचानक बाढ से इसमें फंसे दो लोगों को त्वरित बल ने बचा लिया है। राजधानी ईटानगर के कई स्थानों पर भारी बारिश और भूस्खलन संपत्ति को नुकसान पहुंचने और सड़कों के अवरुद्ध होने की खबर है। पूर्वी सियांग जिला प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे मछली पकड़ने और तैरने के लिए सियांग नदी में ना जाएं।