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कराची। कराची स्थित पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (Pakistan Stock Exchange) की बिल्डिंग पर सोमवार को 4 आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंके और ताबड़तोड़ फायरिंग की। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इसमें चारों आतंकी समेत कुल 10 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग घायल हैं। मरने वालों में तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। कराची पुलिस के प्रमुख गुलाम नबी मेमन ने बताया कि चारों आतंकवादी एक कार में आए थे और चारों को मार दिया गया है। इस हमले (Terror Attack) की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (Balochistan Liberation Army) ने ली है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के माजिद बिग्रेड ने आतंकी हमले को अंजाम दिया। उसका कहना है कि सभी आतंकी सुसाइड बॉम्बर थे। हाल के दिनों में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है।
यह आतंकी संगठन बलूचिस्तान की पाकिस्तानी से आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहा है। यह आतंकी संगठन 2000 में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब इसने पाकिस्तान में सिलसिलेवार धमाके किए थे। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की शुरुआत 1970 के दशक में ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो के शासनकाल में हुई थी। इसके बाद जब पाकिस्तान में सैन्य तानाशाह जियाउल हक सत्ता में आए तो उन्होंने बलूच नेताओं से बातचीत कर इस संगठन के साथ अघोषित संघर्ष विराम कर लिया। इसके बाद बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी काफी समय तक किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया। लेकिन, जब परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान में सत्ता संभाली तब बलूच लिबरेशन आर्मी ने अपने ऑपरेशन को फिर से शुरू कर दिया।
इसके बाद हिंसा से तंग आकर पाकिस्तान सरकार ने 2006 में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। इसके बाद से यह संगठन पाकिस्तान में लगातार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता आया है। 2018 में इस संगठन पर कराची में चीन के वाणिज्यिक दूतावास पर हमले के आरोप भी लगे थे। बता दें कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमेशा से चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का विरोध किया है। कई बार इस संगठन के ऊपर पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाए जाने का आरोप भी लगे हैं।
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