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प्रतिबंध के बीच McLeodganj में भू माफिया कुछ इस तरह कर रहा देवदार के पेड़ों को धराशायी
धर्मशाला। कोरोना संकट के बीच भू-माफिया( Land mafia) भी सक्रिय है और अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में लगा हुआ है। हाल यह है कि भू-मालिकों ने मानसून से पहले हैवी मशीनरी का इस्तेमाल कर पहाड़ों को छलनी कर दिया है, ताकि देवदार के पेड़( Deodar Trees) सूख कर गिर जाएं और फिर विभाग इन्हें नीलम कर दे। ऐसा ही एक मामला मैक्लोडगंज ( McLeodganj)के धर्मकोट सड़क मार्ग के साथ लगती भूमि पर देखने को मिला। मैक्लोडगंज व आसपास के क्षेत्रों में पेड़ों के अवैध कटान(Illegal cutting) पर पूर्ण प्रतिबंध होने के बावजूद कोरोना महामारी का लाभ उठाते हुए मानसून से पहले भू-मालिकों ने देवदार के हरे-भरे पेड़ों को धराशाई करने के लिए यह तरीका ढूढ़ निकाला है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि विभाग को इसकी भनक नहीं है। एक और हैरान करने वाली बात ये है कि ये अवैध खुदाई धर्मकोट को जाने वाले सड़क मार्ग के साथ लगती भूमि की गई है। जिससे इसके ऊपर निर्मित भवनों को भूस्खलन खतरा पैदा हो गया है। यह अवैध खुदाई किसने की और यह भूमि किसकी है इस पर भी विभाग चुप्पी साधे हुए है।
हाईकोर्ट को कराया जा चुका है अवगत
पूर्व में विदेशी महिला अब्दुला गजाला ने हाईकोर्ट (High Court) के मुख्य न्यायाधीश के नाम पत्र लिखकर मैकलोडगंज में हो रहे पेड़ों के अवैध ढंग से कटान के बारे में अवगत करवाया था। उन्होंने इस मामले में अदालत को सीडी के साथ एक शिकायत पत्र भेजा था, जिसमें कहा गया था कि अदालती आदेशों के बावजूद इस क्षेत्र में धड़ल्ले से पेड़ काटे जा रहे हैं या उन्हें धराशाई करने के लिए अवैध खुदाई की जा रही है। इस पर हाईकोर्ट ने मैक्लोडगंज में अवैध ढंग से पेड़ कटान मामले में कड़ा संज्ञान लेकर वन सचिव सहित डीसी कांगड़ा, सीसीएफ, सीएफ, एसपी कांगड़ा, डीएफओ कांगड़ा, एसपी सीआईडी कांगड़ा, मेयर नगर निगम और एसडीएम धर्मशाला को ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश वर्ष 2015 में पारित किए थे। बावजूद इसके न तो मैक्लोडगंज क्षेत्र में अवैध कटान रुका और न ही अवैध निर्माण।