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शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में भारतीय मजदूर संघ (Bhaarateey Majadoor Sangh) अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। प्रदर्शन करते हुए यह मजदूर संघ राज्य सचिवालय पहुंचा तो यहां पर भामस के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हो गई। यह धक्का मुक्की गेट खोलने को लेकर हुई थी। बता दें कि सोमवार को बड़ी संख्या में संघ कार्यकर्ता सचिवालय गेट के पास एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस बीच कई संघ कार्यकर्ताओं की ओर से गेट खोलने की भी कोशिश की गई। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की हुई। बताया जा रहा है कि इस धक्का मुक्की में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री यशपाल हेटा और आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश महामंत्री शशिलता घायल हुई हैं। कहा जा रहा है कि यशपाल हेटा को उपचार के लिए आईजीएमसी ले जाया गया है।
मांगों पर चर्चा के लिए मुख्य सचिव ने मजदूर नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया है। समिति कक्ष में बैठक चल रही है। सीएम जयराम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल भी बैठक में मौजूद है।
हिमाचल प्रदेश में भारतीय मजदूर संघ (Bharatiya Mazdoor Sangh) ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और अपनी मांगों को लेकर जिला शिमला के चौड़ा मैदान में इकट्ठे होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री यशपाल हेरटा ने बताया कि प्रदेश सरकार पिछले 4 साल से मजदूरों की मांग नहीं मान रही है। जिसके चलते आज मजबूरन भारतीय मजदुर संघ को सड़कों पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ढोल-नगाड़ों के साथ प्रदेश के सैंकड़ो कार्यकर्ता चौड़ा मैदान से रैली निकालते हुए सचिवालय जाकर सीएम जयराम ठाकुर को 38 सूत्रीय मांग पत्र सोपेंगे। हेरटा ने कहा कि उनकी मांगों में पुरानी पेंशन बहाल करना, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी, अंशकालीन वर्करों के लिए पॉलिसी बनाई जाए आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जेसीसी में सरकार ने मात्र 100 लोगों के लिए पूरा प्रशासन लगा दिया, जबकि 1000 लोगों की मांग सरकार सुन नहीं रही है, जिसके कारण लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
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