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हिमाचलियों से बोले Nadda -उजाले का मजा लेना है तो अंधकार को याद रखना
शिमला। हिमाचल आज पूर्ण राज्यत्व के पचास साल का जश्न मना रहा है। शिमला (Shimla) के एतिहासिक रिज पर स्वर्णिम हिमाचल समारोह को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) हिमाचलवासियों से कहा कि उजाले का मजा लेने है तो अंधकार को याद रखना। यानी कि पचास साल के सफर में हिमाचल (Himachal) ने क्या उतार चढ़ाव देखें और यहां तक कैसा पहुंचा इस बात का ध्यान रखना। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने पूर्व राज्यत्व (Himachal statehood ) के पचास साल की यात्रा पूरी की है। इस दौरान हिमाचल ने बहुत कष्ट सहे हैं और बहुत मोड देखे हैं। आज इस बात की खुशी है कि तमाम बाधाओं को पार करते हुए हम अच्छे राज्य के रूप में अग्रसर हो रहे हैं। उजाले की मोज और इज्जत तभी हो सकती है जब हम अंधकार को पहचानेंगे।
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हिमाचल एक विकसित राज्य के रूप में है खड़ा
उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी था, जब हिमाचल में छोटी-छोटी पगडंडियां होती थीं। सड़कें ना के बराबर थीं। अगर कोई बीमार हो जाता था तो गांव के लोग चारपाही आदि कोसो का सफर तय कर उसे स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाते थे। यहीं नहीं शिक्षा के लिए इलाका या जिलों तो क्या प्रदेश छोड़कर जाना पड़ता था। आज परिस्थितियां बदली हैं। हिमाचल एक विकसित राज्य के रूप में खड़ा है। इस दौरान उन्होंने हिमाचल के पहले सीएम डॉ. वाईएस परमार (Dr. YS Parmar) को भी याद किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल में पानी की किल्लत शांता कुमार (Shanta Kumar) के कार्यकाल में दूर हुई। जब शांता कुमार सीएम थे तब हिमाचल में आईपीएच विभाग गठित किया गया था। बिजली रॉयलटी भी शांता कुमार की देन है। प्रेम कुमार धूमल गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने वाले सीएम बनें। नड्डा ने कहा कि हिमाचल को इस पड़ाव पर पहुंचाने के लिए सबका योगदान रहा है।
सादगी और इमानदारी हिमाचलियों की ताकत
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के पीएम बनने पर हिमाचल को विशेष दर्जा वापस मिला। अटल टनल का काम पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल लंबी छलांग लगाएगा, इसका उन्हें पूरा भरोसा है। नड्डा ने कहा कि सादापन और इमानदारी हिमाचल के लोगों की कमजोरी नहीं बल्कि ताकत है। हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी संभालकर रखना होगा। आगे बढ़ने के साथ आत्मचिंतन की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह कार्यक्रम में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते नहीं बल्कि हिमाचली के नाते आए हैं। गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने भी कार्यक्रम में शिरकत करनी थी। पर व्यस्तता के चलते वह नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि अगली बार जब भी मौका मिलेगा वह हिमाचल जरूर आएंगे।