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बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया हरोली थाने का घेराव, पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी
BJP Protest in Haroli : जिला ऊना के हरोली थाना का बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP workers)द्वारा घेराव किया। इस दौरान थाना परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए पुलिस और सरकार (Police and Government) के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। दरअसल बीजेपी के हरोली अनुसूचित जाति मोर्चा के महामंत्री के खिलाफ दर्ज हुई एक एफआईआर( FIR) के विरोध में पार्टी कार्यकर्ता उग्र हो गए। बीजेपी नेता रामकुमार (BJP leader Ramkumar)की अध्यक्षता में आयोजित इस धरना प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव के चलते माफिया को संरक्षण देने और आम जनमानस को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। बीजेपी नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह के झूठे मुकदमे निरस्त नहीं किए गए तो थाना परिसर के बाद अगली बार पुलिस के डीएसपी और एसपी ऑफिस का घेराव किया जाएगा।
गुंडों को संरक्षण दे रही बीजेपी सरकार
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे बीजेपी नेता रामकुमार (BJP leader Ramkumar)ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव के चलते गुंडों को संरक्षण देने और आम लोगों को प्रताड़ित करने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरोली बीजेपी (Haroli BJP)के अनुसूचित जाति मोर्चा महामंत्री जितेंद्र सोढ़ी पर कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा हमला किया गया। जब उन्होंने इस मामले की शिकायत थाना में आकर दी तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सामाजिक तत्वों को पकड़ने की बजाय शिकायतकर्ता के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। उन्होंने कहा कि हरोली पुलिस पूरी तरह से अन्यायपूर्ण कार्रवाई को अंजाम दे रही है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
डीएसपी और एसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा
बीजेपी नेता ने कहा कि इससे पहले भी हरोली बीजेपी के वरिष्ठ नेता लखबीर सिंह लक्खी पर करीब 1 साल पहले पंजाब के गुंडो द्वारा जानलेवा हमला किया गया। लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ने की बजाय इस मामले पर भी लीपापोती करने का प्रयास किया और आज 1 साल बीत जाने के बावजूद उस हमले के आरोपियों के खिलाफ शून्य कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से बीजेपी से संबंधित एक अधिवक्ता के साथ भी अन्याय पूर्ण कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने इस तरह के झूठे मुकदमे दर्ज करना बंद नहीं किया और दर्ज किए गए मुकदमों को निरस्त नहीं किया तो आने वाले दिनों में डीएसपी और एसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन की होगी।
सुनैना जसवाल